टीकाकरण को बना दिया इवेंट, BJP के लोगों को लाइन में लगकर वैक्सीन लगवानी चाहिए - अखिलेश
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा के लोग हर घटना को इवेंट बना देते हैं। सबसे पहले भाजपा के लोगों को लाइन में लगकर वैक्सीन लगवानी चाहिए।
06:15 PM Jan 16, 2021 IST | Ujjwal Jain
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा के लोग हर घटना को इवेंट बना देते हैं। सबसे पहले भाजपा के लोगों को लाइन में लगकर वैक्सीन लगवानी चाहिए।
अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के ऑफिस में बसपा तथा भाजपा से आए नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक साल बाद समाजवादी सरकार आएगी तो सबको मुफ्त वैक्सीन दी जाएगी। अभी भाजपा के लोगों को लाइन में लगकर वैक्सीन लगवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना की वैक्सीन आ गई यह तो अच्छी बात है, लेकिन सिर्फ डॉक्टर्स की बात पर भरोसा करें।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, ‘मुझे खुशी है कि सरकार ने वैक्सीन लगाने का काम शुरू कर दिया है। इसकी खोज करने वाले वैज्ञानिकों से हमें कोई शिकायत नहीं है, सवाल यह है कि गरीबों तक वैक्सीन कब तक पहुंचेगी। उन्हें फ्री वैक्सीन मिलेगी या नहीं, यह सरकार को बताना चाहिए।’
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, ‘खबर है कि एक बड़े देश में वैक्सीन लगने के बाद 23 बुजुर्ग लोगों की जान चली गई। कई लोग बीमार हो गए। मैं तो सरकार से यह जानना चाहता हूं कि क्या मेडिकल स्टाफ को वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त ट्रेनिंग दी गई है। इसको लेकर क्या देश या प्रदेश में पर्याप्त तैयारी है।’उन्होंने कहा कि, ‘मुझे पता चला है कि कई वैक्सीन सेंटर्स पर पर्याप्त फंड भी नहीं पहुंचा है। वैक्सीनेशन को लेकर हमें डॉक्टर और एक्सपर्ट पर भरोसा करना चाहिए न कि योगी आदित्यनाथ पर।’
सपा अध्यक्ष ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वैक्सीनेशन के कार्यक्रम में सबसे पहले भाजपा के लोगों को आगे आना चाहिए था। अखिलेश ने कहा कि हर धर्म में चढ़ावे की अलग-अलग परंपरा है। हमारे यहां वैदिक परंपरा में चंदा के बजाय दक्षिणा देने की प्रथा है। भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक प्रोग्राम करना बंद करें। भारत का झंडा बदलने की साजिश हो रही है। हिंदू परंपरा में चंदा देने का कोई रिवाज नहीं है।
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