राजस्थान में वंदे गंगे जल संरक्षण अभियान का शुभारंभ, 15 दिनों तक चलेगा अभियान
विश्व पर्यावरण दिवस पर जल संरक्षण के लिए व्यापक प्रयास
राजस्थान में जल संकट के समाधान हेतु मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ‘वंदे गंगे’ जल संरक्षण अभियान की शुरुआत की है। विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू यह अभियान 20 जून तक चलेगा, जिसमें जल संरक्षण के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी। सभी जिलों में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जल संकट के मुद्दे को हल करने के लिए राज्यव्यापी वंदे गंगे’ जल संरक्षण अभियान शुरू किया है। बता दें कि आज विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा के अवसर पर शुरू होने वाला यह अभियान 20 जून तक चलेगा, जिसमें राज्य भर में कई विभागों द्वारा व्यापक जल संरक्षण प्रयास किए जाएंगे। इन गतिविधियों के माध्यम से जल संरक्षण के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी 41 जिलों में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है।
बता दें कि अभियान के पहले दिन 5 जून को सभी विभागों द्वारा नर्सरियों में सफाई अभियान, तुलसी के पौधों का वितरण, प्लास्टिक उपयोग कम करने की शपथ, श्रमदान, जल स्रोतों की सफाई एवं मरम्मत, वंदे गंगा कलश यात्रा, नदियों, बांधों, झीलों का पूजन, हरियालो राजस्थान के तहत वृक्षारोपण की तैयारियां आदि गतिविधियां की जाएंगी।
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जनता को करेंगे संबोधित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर के जमवा रामगढ़ में पौधारोपण करेंगे और मोरी के निकट रामगढ़ बांध पर श्रमदान में भाग लेंगे। इसके बाद वे विश्व पर्यावरण दिवस पर राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करेंगे। संबोधन के बाद केशोरायपाटन में वंदे गंगा जल पूजन, चुनरी महोत्सव और कलश पूजन में शामिल होंगे। वे जल स्वावलंबन अभियान 2.1 के तहत विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। वे केशवराय मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगे। शाम को वे भरतपुर पहुंचेंगे और गंगा मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना करेंगे।