वाराणसी: परफॉर्मेंस रिव्यू में फेल 180 दरोगाओं को पुलिस लाइन भेजा गया
वाराणसी में 180 दरोगाओं का स्थानांतरण, प्रदर्शन में कमी
वाराणसी में 180 सब-इंस्पेक्टर परफॉर्मेंस रिव्यू में असफल पाए गए, जिनमें से 107 को शून्य अंक मिले। इन्हें पुलिस लाइन में अटैच कर विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रशिक्षण में शारीरिक, प्रैक्टिकल और थ्योरिटिकल गतिविधियां शामिल हैं। अगले महीने फिर से रिव्यू होगा, जिससे उनकी पोस्टिंग का निर्णय होगा और लगातार खराब प्रदर्शन पर कार्रवाई होगी।
वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं, जब परफॉर्मेंस रिव्यू में 180 सब-इंस्पेक्टर फेल पाए गए। इनमें से 107 दरोगाओं को हर सवाल में शून्य अंक मिले। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने इन दरोगाओं को पुलिस लाइन में अटैच कर तीन दिन की विशेष ट्रेनिंग का आदेश दिया है। रविवार देर रात तक 40 दरोगा आमद करा चुके थे। अब इन्हें सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक शारीरिक, प्रैक्टिकल और थ्योरिटिकल ट्रेनिंग दी जाएगी। परेड, दंगा नियंत्रण और फुट पेट्रोलिंग के साथ सीएम डैशबोर्ड, IGRS और नए कानूनों की जानकारी सिखाई जाएगी। चार IPS और कई वरिष्ठ अधिकारी प्रशिक्षण में जुटे हैं। अगले महीने फिर से इनका परफॉर्मेंस रिव्यू होगा, जिसके आधार पर आगे की पोस्टिंग तय होगी। लगातार खराब प्रदर्शन पर विभागीय कार्रवाई भी तय मानी जा रही है।
दरोगाओं को 45-45 के बैच में सिखाई जाएगी पुलिसिंग
फेल दरोगाओं को चार बैचों में बांटा गया है, जिनमें 45-45 दरोगा शामिल हैं। तीन दिन सुबह 6 से रात 8 बजे तक उनका पूरा टाइमटेबल तय किया गया है। ट्रेनिंग में अनुशासन, व्यवहार, नियम, आदेशों का पालन, हथियारों का उपयोग और पब्लिक डीलिंग शामिल है। दशाश्वमेध सर्किल में पेट्रोलिंग भी करवाई जाएगी।
फिजिकल और थ्योरिटिकल दोनों मोर्चों पर होगी तैयारी
सुबह परेड और दौड़ के बाद हथियार खोलने-बंद करने का अभ्यास कराया जा रहा है। फिर इन्हें CM डैशबोर्ड, IGRS सिस्टम, नई कानूनी धाराएं (BNS, BNSS, BSA) और साइबर क्राइम के नए ट्रेंड की जानकारी दी जा रही है। 11 बजे से क्लासरूम ट्रेनिंग और दोपहर बाद गश्त शामिल है।
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परफॉर्मेंस रिव्यू में खुली पोल: 107 दरोगा को हर सवाल में जीरो
589 दरोगाओं की समीक्षा में 180 बुरी तरह फेल हुए। 107 दरोगाओं को सभी प्रश्नों में शून्य अंक मिले। 50 से ज्यादा दरोगा FIR तक नहीं लिख पाए, 300 से ज्यादा ने NBW में कोई गिरफ्तारी नहीं की और 200 से अधिक ने कोई विवेचना पूरी नहीं की। 345 दरोगा दहाई तक भी अंक नहीं ला सके।