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उपराष्ट्रपति धनखड़ ने माता वैष्णो देवी के दर्शन कर व्यक्त की आध्यात्मिक अनुभूति

वैष्णो देवी मंदिर में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने की पूजा, साझा की तस्वीरें

02:29 AM Feb 16, 2025 IST | IANS

वैष्णो देवी मंदिर में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने की पूजा, साझा की तस्वीरें

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने माता वैष्णो देवी के दर्शन कर व्यक्त की आध्यात्मिक अनुभूति

जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन किए। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उपराष्ट्रपति के आधिकारिक अकाउंट से माता वैष्णो देवी मंदिर की कुछ तस्वीरें भी शेयर की गईं। उन्होंने एक्स पर लिखा, “आज श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में मां के दर्शन कर अपार आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति हुई। त्रिकुट पर्वत पर स्थित श्रद्धा, विश्वास और दिव्यता के प्रतीक इस पवित्र स्थल की अलौकिक ऊर्जा और भक्तों की निष्ठा अविस्मरणीय है। मां से यही कामना है कि राष्ट्र का भविष्य उज्ज्वल हो और सभी को सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो। जय माता दी।”

उपराष्ट्रपति के एक्स अकाउंट से बाबा भैरों के दर्शन से संबंधित फोटो भी साझा की गई। उन्होंने लिखा, “आज भैरों बाबा के पावन धाम में नमन कर मन श्रद्धा और भक्ति से ओत-प्रोत हो गया। माता रानी के आशीर्वाद के पश्चात भैरों बाबा की कृपा से यात्रा का परम आनंद प्राप्त हुआ। अपार शांति, दिव्य अनुभूति और आध्यात्मिक ऊर्जा से हृदय भाव-विभोर हो उठा।”

इससे पहले उपराष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर के कटरा में श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की और संस्थान के मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि सिर्फ दो वर्षों में जम्मू-कश्मीर को 65,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। यह क्षेत्र में आर्थिक विश्वास की मजबूती को दर्शाता है। साल 2019 में अनुच्छेद 370 के ऐतिहासिक निरसन ने पीढ़ियों की आकांक्षाओं को पंख दिए। अनुच्छेद 370 केवल एक अस्थायी प्रावधान था। भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने इसे लिखने से इनकार कर दिया था। सरदार पटेल, जिन्होंने अधिकांश रियासतों का भारतीय संघ में एकीकरण किया, वह भी जम्मू-कश्मीर का पूर्ण एकीकरण नहीं कर सके। साल 2019 में, इस पवित्र भूमि पर एक नई यात्रा का शुभारंभ हुआ – ‘अलगाव से एकीकरण की ओर’।”

इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी उपस्थित थे।

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