Haryana के Nuh में हिंसक झड़प, दो गुटों में हुई पत्थरबाजी, 10 लोग घायल
Haryana के Nuh जिले के फिरोजपुर झिरका इलाके में आज यानी मंगलवार को दो पक्षों के बीच अचानक हिंसा भड़क उठी। दोनों ओर से पत्थर, लाठी और कांच की बोतलों का इस्तेमाल किया गया। इस झड़प में करीब 10 लोग घायल हुए। पुलिस को घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और कई थानों की मदद ली गई। पूरा इलाका पैनी निगरानी में है और पुलिसकर्मियों को हर कोने में तैनात किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है कि घटना उस समय शुरू हुई जब सड़क से गुजर रहा एक ग्रामीण, समय सिंह, Nuh-फिरोजपुर झिरका मार्ग पर खड़ी गाड़ीयों में से एक को हटाने की बात कहने लगा। यह गाड़ी इसी राह वाले स्थानीय युवा इसरा का था। बातचीत तेज बहस में बदल गई। तब अचानक गाड़ी से एक युवक निकला और उसने समय सिंह के सिर पर कांच की बोतल मारी। यह घटना बाद में दोनों पक्षों के बीच हिंसक टकराव में बदल गई।
कैसे फैली हिंसा?
झड़प के दौरान दोनों ओर से पत्थरबाजी और लाठी-डंडों का उपयोग हुआ। छतों से भी कांच की बोतलें फेंकी गईं। हिंसा इतनी तेज हुई कि कई लोग घायल हो गए—घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। साथ ही कई दुकानों और वाहनों में आग लगा दी गई। मोटरसाइकिल और एक दुकान को विशेष रूप से आग के हवाले किया गया, जिससे भयावह दृश्य बन गया।
मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शांति स्थापित करने की कोशिश की। लेकिन स्थिति बेकार होती चली गई, जिससे पुलिस को पास के कई थानों की सहायता लेनी पड़ी। भारी पुलिस बल तैनात किया गया और पूरे इलाके को गांठ बांधते हुए “छावनी” जैसा रूप दे दिया गया। कई DSP रैंक के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे और घटनास्थल का जायजा लिया। अब पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है, और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।
जानें क्या बोले गांव के सरपंच?
गांव के सरपंच राम सिंह सैनी ने बताया कि विवाद के दौरान दूसरी तरफ के लोगों ने उन पर और उनके समर्थकों पर पथराव किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वही लोग दुकान और वाहन आग में झोंकने के पीछे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस हिंसा को हिंदू-मुस्लिम संघर्ष का रूप देने की कोशिश की गई लेकिन यह कतई सच नहीं है—ये सिर्फ स्थानीय विवाद का नतीजा है।
मौजूदा हालात
हालांकि शुरुआती दौर में हालात नियंत्रण से बाहर हो गए थे, लेकिन पुलिस ने अब शांति स्थापित कर दी है। घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी तलाशनी की जा रही है। इलाके को पूरी तरह सुरक्षित बनाए रखने के लिए पुलिस अब भी सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैनात है।