Virat Kohli को टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट नहीं लेनी चाहिए, आइये जानते है 5 बड़े कारण
कोहली के टेस्ट करियर को जारी रखने के 5 बड़े कारण
विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से अचानक रिटायरमेंट लेने की खबर ने पूरे क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया है। सोशल मीडिया से लेकर खेल जगत के दिग्गज तक, सभी इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। करोड़ों फैंस की यही मांग है कि विराट को अभी टेस्ट क्रिकेट खेलते रहना चाहिए। कोहली ने न केवल भारत के लिए कई मैच जिताए हैं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट को एक नई पहचान भी दी है। उनकी बल्लेबाज़ी, फिटनेस, और उनकी कैप्टेंसी ने भारत को विदेशों में जीत दिलाई और योंग्सटर को प्रेरित किया। ऐसे में सवाल उठता है। क्या विराट कोहली को वाकई अभी रिटायर होना चाहिए? आइए जानते हैं वो 5 बड़े कारण जो बताते हैं कि विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट नहीं लेनी चाहिए .
1. जबरदस्त फिटनेस और मैदान पर ऊर्जा का स्तर
36 की उम्र में भी विराट कोहली की फुर्ती और स्टैमिना युवा खिलाड़ियों को मात देती है। वे विकेटों के बीच तेजी से दौड़ते हैं, स्लिप से लेकर बाउंड्री तक शानदार फील्डिंग करते हैं और पूरे 5 दिन अपनी ऊर्जा बनाए रखते हैं। उनकी फिटनेस टेस्ट क्रिकेट के लिए एक मिसाल है।
2. टीम में अनुभव की सख्त जरूरत
रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में टीम को अब ऐसे लीडर की जरूरत है जो युवाओं को सही दिशा दिखा सके। यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों के साथ विराट का अनुभव टीम के लिए अमूल्य साबित हो सकता है।
3. मैदान पर नेतृत्व की छाया
कोहली अब कप्तान न होकर भी मैदान पर कप्तान जैसा रोल निभाते हैं। उनके फैसले, जज्बा और एग्रेशन टीम का मनोबल बढ़ाते हैं। आने वाले नए कप्तान को कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी की जरूरत पड़ेगी जो मैदान में एक गाइड की तरह हो।
4. अब भी अधूरा है उनका सपना
विराट कोहली ने करियर की शुरुआत में 10,000 टेस्ट रन बनाने का लक्ष्य रखा था। वे इस आंकड़े के बहुत करीब हैं (9,230 रन)। ऐसे में यह सही समय नहीं है कि वे खेल को अलविदा कहें – बल्कि उन्हें इस सपने को पूरा करना चाहिए।
5. टेस्ट क्रिकेट की पहचान बन चुके हैं विराट
आज के दौर में विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े ब्रांड हैं। उनकी बल्लेबाज़ी, मैदान पर जोश और क्रिकेट के प्रति जुनून ने कई युवा फैंस को इस फॉर्मेट से जोड़ा है। अगर वे रिटायर हो जाते हैं, तो टेस्ट क्रिकेट को एक बहुत बड़ा झटका लग सकता है।