राम-सिया के पवित्र बंधन का महापर्व 'विवाह पंचमी 2025', 4 काम जो भूलकर भी नहीं करने चाहिए
02:44 PM Nov 17, 2025 IST | Khushi Srivastava
Vivah Panchami 2025: सनातन धर्म में विवाह पंचमी का काफी महत्व होता है। इस पर्व को भगवान श्री राम और माता सीता के भव्य विवाह की स्मृति में मनाया जाता है। हर वर्ष विवाह पंचमी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्री राम ने जनकपुरी में शिवधनुष तोड़कर माता सीता का स्वयंवर जीता था। यह पर्व न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि प्रेम, समर्पण और आदर्श वैवाहिक जीवन का प्रतीक भी माना जाता है।
Advertisement
विवाह पंचमी का पर्व साल 2025 में मंगलवार, 25 नवंबर को मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, पंचमी तिथि की शुरुआत 24 नवंबर को रात 09 बजकर 22 मिनट पर होगी और इसका समापन अगले दिन यानी 25 नवंबर को रात 10 बजकर 56 मिनट पर होगा। चूंकि उदयातिथि (सूर्य उदय के समय की तिथि) 25 नवंबर को पड़ रही है, इसलिए विवाह पंचमी का मुख्य पूजन और उत्सव इसी दिन आयोजित किया जाएगा।
Vivah Panchami 2025 Puja Significance
मान्यता है कि इस दिन श्रद्धापूर्वक पूजा करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है। पति-पत्नी के बीच के मतभेद दूर होते हैं और जिन लोगों के विवाह में बाधाएं आती हैं, उन्हें जल्द ही योग्य जीवनसाथी प्राप्त होता है। विवाह पंचमी का यह पवित्र दिन प्रेम, निष्ठा और विश्वास के बंधन को मजबूत करने का प्रतीक माना जाता है।
Vivah Panchami 2025 Do's and Don'ts: विवाह पंचमी पर क्या करें और क्या नहीं?
विवाह पंचमी पर क्या करना होगा शुभ?
- विवाह पंचमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
- घर में भगवान श्री राम और माता सीता की प्रतिमाओं को कपड़े से साफ करें। फिर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उन्हें स्थापित करें।
- श्री राम और माता सीता की विधि-विधान से पूजा करें।
- धूप, दीप, नैवेद्य, पुष्प, फल और पंचामृत से श्री राम और देवी सीता का अभिषेक करें।
- विवाह पंचमी के दिन घर में वाल्मीकि रामायण या रामचरितमानस का पाठ करें।
- शाम के समय विवाहोत्सव का आयोजन करें। इसके साथ विवाह की झांकी और भजन-कीर्तन करें।
विवाह पंचमी पर भूलकर न करें ये काम
- विवाह पंचमी का दिन शादी के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है।
- विवाह पंचमी के दिन तामसिक भोजन और मांस-मदिरा का सेवन भूलकर भी न करें।
- विवाह पंचमी पर अशुद्ध या बासी भोजन खाने से बचें। घर में साफ और ताजा भोजन बनाएं।
- इस दिन लड़ाई-झगड़े से बचें। साथ ही किसी को अपशब्द न कहें, न ही किसी से झूठ बोलें।
Vivah Panchami 2025: विवाह पंचमी के दिन क्यों नहीं होती शादियां?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री राम और माता सीता ने विवाह के तुरंत बाद अपने जीवन में कई सारे कष्टों और मुश्किलों का सामना किया था। उन्हें अपना महल त्यागकर 14 साल के कठोर वनवास पर जाना पड़ा, देवी सीता को अग्निपरीक्षा देनी पड़ी। इतना ही नहीं, जीवन में कई सारे उतार-चढ़ाव के चलते माता सीता को अपने पुत्रों के साथ राज्य का परित्याग करना पड़ा। इसलिए विवाह पंचमी का दिन शादी के लिए सही नहीं माना जाता है।
डिस्क्लेमर- इस लेख बताई गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। पंजाब केसरी इसकी पुष्टि नहीं करता है।
Advertisement