वक्फ संशोधन विधेयक पारदर्शिता और न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम: CM पुष्कर सिंह धामी
वक्फ संशोधन विधेयक से पारदर्शिता और न्याय को मिलेगा बढ़ावा: CM धामी
वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे पारदर्शिता और न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने सुशासन और न्यायिक सुधारों को मजबूत करने का प्रयास किया है। इस विधेयक से वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और कानूनी स्पष्टता आएगी, जिससे विवादों का निष्पक्ष समाधान हो सकेगा।
लोकसभा और राज्यसभा दोनों में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पारदर्शिता, न्याय और नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार सुशासन और न्यायिक सुधारों को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पूर्ण पारदर्शिता, कानूनी स्पष्टता और न्यायिक संतुलन स्थापित करना है। यह विधेयक किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नहीं है, इसके लागू होने से झूठे और अवैध दावों पर रोक लगेगी और भूमि और संपत्ति से संबंधित विवादों का निष्पक्ष समाधान हो सकेगा।
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अवैध दावों पर लगेगी रोक
CM धामी ने बताया कि यह विधेयक किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए लाया गया है। इसके लागू होने से झूठे और अवैध दावों पर रोक लगेगी, जिससे भूमि और संपत्ति से संबंधित विवादों का निष्पक्ष समाधान हो सकेगा। साथ ही यह सुनिश्चित होगा कि वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग न हो और उनका उपयोग समाज के व्यापक हित में हो। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 का पारित होना एक महत्वपूर्ण क्षण है और इससे हाशिए पर पड़े लोगों को मदद मिलेगी, जिन्हें आवाज और अवसर दोनों से वंचित रखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक का संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित होना सामाजिक-आर्थिक न्याय, पारदर्शिता और समावेशी विकास के लिए हमारी सामूहिक खोज में एक महत्वपूर्ण क्षण है। इससे विशेष रूप से उन लोगों को मदद मिलेगी जो लंबे समय से हाशिये पर रहे हैं और इस प्रकार उन्हें आवाज और अवसर दोनों से वंचित रखा गया है। बता दें कि संसद ने शुक्रवार की सुबह मैराथन और गरमागरम बहस के बाद वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पारित कर दिया। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, पक्ष में 128 और विपक्ष में 95, अनुपस्थित में शून्य मतों के जरिए विधेयक पारित हो गया है।