नॉर्थ कोरिया और जापान में छिड़ सकता है युद्ध! तानाशाह किम जोंग के बयान ने बढ़ाई हलचल
जापान-नॉर्थ कोरिया के बीच तनाव चरम पर
उत्तर कोरिया और जापान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, किम जोंग उन के मिसाइल परीक्षणों ने जापान को चिंतित कर दिया है। जापान अपनी सैन्य ताकत को बढ़ा रहा है, जिससे युद्ध की आशंका बढ़ गई है। किम जोंग ने जापान की सैन्य गतिविधियों को युद्ध की तैयारी बताया है और इसे रोकने की चेतावनी दी है।
North Korea-Japan Conflict: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने वर्ष 2025 में अब तक छह बार बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है, जिनमें सभी मिसाइलें जापान सागर में गिरी हैं. इससे जापान और उत्तर कोरिया के बीच तनाव खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यह क्षेत्र किसी भी समय युद्ध का नया मैदान बन सकता है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में उत्तर कोरिया ने एक नई एयर-टू-एयर मिसाइल का परीक्षण भी किया है, जिसे मिग-29 लड़ाकू विमान से दागा गया. दावा किया जा रहा है कि इस मिसाइल तकनीक को विकसित करने में चीन और रूस ने उत्तर कोरिया की मदद की है. इतना ही नहीं, यह भी संदेह जताया जा रहा है कि ये दोनों देश किम जोंग को परमाणु हथियारों की क्षमता बढ़ाने में भी सहयोग कर रहे हैं.
जापान की जवाबी सैन्य तैयारियां
उत्तर कोरिया की बढ़ती सैन्य गतिविधियों को देखते हुए जापान भी खुद को रक्षात्मक मोर्चे पर मजबूत कर रहा है. इस महीने अमेरिका से उसे तीन अत्याधुनिक F-35 लड़ाकू विमान प्राप्त हुए हैं. इसके अलावा जापान जल्द ही अपने “रेलगन” हथियार की अंतिम परीक्षण प्रक्रिया शुरू करने वाला है.
क्या है जापान की ‘रेलगन’ तकनीक?
रेलगन को अगली पीढ़ी का हथियार माना जा रहा है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फोर्स की मदद से प्रोजेक्टाइल को दागता है. इसकी गति 8,000 किमी प्रति घंटे तक बताई जा रही है. जापान का दावा है कि उसने इस तकनीक में सफलता हासिल कर इतिहास रच दिया है, जबकि अमेरिका और चीन वर्षों से इस प्रणाली को विकसित करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन सफल नहीं हो पाए.
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उत्तर कोरिया की तीखी प्रतिक्रिया
जापान की इस सैन्य प्रगति पर किम जोंग का तीखा बयान सामने आया है. उन्होंने जापान की इन गतिविधियों को युद्ध की सीधी तैयारी बताया है. उत्तर कोरिया की ओर से कहा गया है कि जापान एक बार फिर “महान साम्राज्य” स्थापित करने की कोशिश कर रहा है, और उसकी सैन्य योजनाएं इसी दिशा में इशारा करती हैं. किम जोंग ने चेतावनी दी है कि वे इस प्रयास को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे.