2018 में दी मिल गई थी चेतावनी, फिर भी Air India दिखा लापरवाह, बच सकती थी 241 लोगों की जान
अहमदाबाद : अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी कर दी गई है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि टेकऑफ के महज तीन सेकंड के भीतर विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए। इसका कारण फ्यूल कंट्रोल स्विच का 'कटऑफ' मोड में चले जाना बताया गया है, जिससे विमान की ईंधन आपूर्ति रुक गई और वह मेडिकल हॉस्टल से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर से मिली अहम जानकारी
रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर में यह दर्ज हुआ है कि सिर्फ एक सेकंड के अंतराल में दोनों इंजन फ्यूल स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में शिफ्ट हो गए। इससे दोनों इंजनों में ईंधन की आपूर्ति रुक गई और विमान की ताकत अचानक खत्म हो गई। इसके बाद पायलटों ने स्विच को दोबारा रन पर लाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में दर्ज है पायलटों की बातचीत
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से यह भी पता चला है कि हादसे के वक्त एक पायलट ने दूसरे से पूछा- “तुमने फ्यूल क्यों बंद किया?” दूसरे पायलट ने जवाब दिया- “मैंने नहीं किया।” इससे साफ है कि स्विच अपने-आप कटऑफ मोड में चले गए, जो एक तकनीकी खामी की ओर इशारा करता है।
FAA ने 2018 में दी थी चेतावनी
अमेरिकी विमानन नियामक संस्था फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने साल 2018 में ही बोइंग विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग फीचर के असफल होने की आशंका जताई थी। FAA ने इसे ‘संभावित सुरक्षा जोखिम’ करार दिया था और ऑपरेटरों को सतर्क किया था। हालांकि, एयर इंडिया ने उस समय इसे महज एक सलाह मानते हुए कोई निरीक्षण नहीं कराया।
एयर इंडिया ने नहीं की थी जांच
जांच में सामने आया है कि हादसे का शिकार हुआ विमान वही था जिसमें ऐसा फ्यूल कंट्रोल स्विच लगा था, जिसे लेकर FAA ने चिंता जताई थी। एयर इंडिया ने फ्यूल स्विच लॉकिंग फीचर का कोई ऑडिट नहीं कराया। विमान के थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल को 2019 और 2023 में बदला गया था, लेकिन फ्यूल कंट्रोल स्विच की कोई जांच नहीं की गई।
हादसे में 260 लोगों की गई जान
12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरते समय यह विमान महज कुछ सेकंड बाद ही मेडिकल हॉस्टल से टकरा गया। हादसे में 260 यात्रियों की जान चली गई। जांचकर्ताओं ने बताया कि दुर्घटना के वक्त मौसम सामान्य था और पक्षियों या किसी बाहरी तत्व की टक्कर के संकेत नहीं मिले हैं।
उड्डयन मंत्री की अपील- निष्कर्ष से पहले अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करें
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम सभी को प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर निष्कर्ष निकालने से बचना चाहिए। AAIB इस हादसे की जांच अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत पारदर्शी ढंग से कर रही है। अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करना जरूरी है।” उन्होंने यह भी कहा कि ब्लैक बॉक्स की भारत में जांच करना तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण था, लेकिन भारतीय विशेषज्ञों ने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। मंत्री ने भारतीय पायलटों की तारीफ करते हुए उन्हें देश के उड्डयन क्षेत्र की रीढ़ बताया।
विशेषज्ञ बोले- स्विच आसानी से बंद नहीं हो सकते
विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि बोइंग 787 में लगे फ्यूल कंट्रोल स्विच स्प्रिंग-लोडेड होते हैं, जिन्हें जानबूझकर ऊपर खींचकर ही ‘कटऑफ’ किया जा सकता है। बिना किसी यांत्रिक खराबी के इन स्विचों का अचानक बंद हो जाना लगभग असंभव माना जाता है।

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