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मंदिर की धुलाई : नफा या नुकसान

02:01 AM May 11, 2024 IST | Shera Rajput

समाजवादी पार्टी प्रमुख और कन्नौज लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार अखिलेश यादव 6 मई को पूजा-अर्चना करने और भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए सिद्धपीठ बाबा गौरी शंकर महादेव मंदिर गए थे। इसके बाद, भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर मंदिर को पवित्र गंगा जल से धोया। जबकि मंदिर के पुजारी मथुरा प्रसाद ने कहा कि मंदिर परिसर की धुलाई भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई थी और इस घटना से मंदिर समिति का कोई लेना-देना नहीं है। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा, "पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) इस बार उन्हें (बीजेपी को) धोने जा रही है। उन्होंने कहा, चुनाव में आसन्न हार को देखकर बीजेपी के लोग ऐसी ओछी हरकतें कर रहे हैं।
मायावती के कैंडिडेट बदलने का किसको फायदा
बहुजन समाज पार्टी ने जौनपुर और बस्ती लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है। पार्टी ने जौनपुर में गैंगस्टर-राजनेता धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला के स्थान पर अपने मौजूदा पार्टी सांसद श्याम सिंह यादव को टिकट दिया है। इस बदलाव को जमानत पर जेल से बाहर आए धनंजय सिंह के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है। चूंकि अब बसपा के टिकट पर श्याम सिंह यादव मैदान में हैं, ऐसे में वह सपा के यादव वोट में सेंध लगाएंगे और इससे भाजपा की जीत की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। अब जबकि धनंजय सिंह की पत्नी मैदान में नहीं हैं तो राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि इससे न केवल जौनपुर में भाजपा की संभावनाएं उज्ज्वल हो गई हैं, बल्कि बगल के मछलीशहर कांस्टीट्वेंसी पर भी इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा। वहीं, बस्ती में बसपा ने दयानशंकर मिश्र की जगह लवकुश पटेल को उम्मीदवार बनाया है। टिकट नहीं मिलने पर मिश्रा ने पिछले महीने भाजपा छोड़ दी थी और बाद में वह बसपा में शामिल हो गए थे।
टीडीपी-जनसेना के वादों की झड़ी
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि 13 मई को 175 सदस्यीय विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों के लिए एक साथ होने वाले चुनाव केवल विधायकों या सांसदों को चुनने के लिए नहीं है, बल्कि यह चुनाव मौजूदा योजनाओं को मजबूत करके राज्य के भविष्य को आकार देने का भी है। दूसरी ओर, टीडीपी और जन सेना ने तेलंगाना और कर्नाटक में कांग्रेस की गारंटी की तर्ज पर सुपर सिक्स लॉन्च किया है।
‘सुपर सिक्स’ में जनता से जो वादे किए गए हैं, उनमें महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, हर साल गरीबों को मुफ्त में तीन एलपीजी सिलेंडर, प्रत्येक गरीब परिवार में 18 वर्ष से अधिक उम्र की प्रत्येक लड़की के लिए 1500 रुपए की दर से 18,000 रुपए प्रति वर्ष की बालिका निधि, 3000 रुपए का मासिक बेरोजगारी भत्ता, मुफ्त जल कनेक्शन और प्रत्येक बच्चे को 15,000 रुपए की वार्षिक शैक्षिक सहायता शामिल है। उनके घोषणापत्र में मुसलमानों के लिए हज भत्ते के रूप में 1 लाख रुपए, मौलवियों को मासिक मानदेय और ईसाइयों को यरूशलम जाने के लिए भत्ता भी दिया गया है। यह सब तब है जब, उनकी सहयोगी भाजपा ने प्रतिद्वंद्वी सरकारों द्वारा मुफ्त योजनाओं के रूप में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का मजाक उड़ाया है।
कांग्रेस के गढ़ में प्रियंका का डेरा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रायबरेली में राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित भुएमऊ गेस्ट हाउस में डेरा डालने का फैसला किया है। वह 6 मई को यहां पहुंची थीं और 20 मई को 5वें चरण के चुनाव से पहले चुनाव प्रचार के आखिरी दिन यानी 18 मई तक यहां रहेंगी और रायबरेली और अमेठी से गांधी परिवार के संबंधों की दुहाई देते हुए रायबरेली से अपने भाई राहुल और अमेठी से पार्टी के उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा को जिताने के पार्टी के प्रयासों का नेतृत्व करेंगी। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने 8 मई को रायबरेली में 25 नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया और मोदी सरकार पर ऐसे समय में अरबपतियों के 16 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ करने का आरोप लगाया, जब उत्तर प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य शीर्ष नेताओं के भी दोनों सीटों पर प्रचार करने की उम्मीद है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रायबरेली के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया है, जहां से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अमेठी में वरिष्ठ पर्यवेक्षक होंगे, जहां से परिवार के वफादार किशोरी लाल शर्मा ताल ठोंक रहे हैं ।
अब लवली के लिए नया उपनाम
दिल्ली में शहर की सबसे चर्चित खबर यह है कि अरविंदर सिंह लवली, जो अब ‘पलटू राम’ के उपनाम से मशहूर हो गए हैं, 4 मई को आप के साथ गठबंधन का हवाला देते हुए दिल्ली कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हो गए हैं। इससे पहले भी वह अप्रैल 2017 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। हालांकि, कुछ ही महीनों के बाद 2018 में वह वापस कांग्रेस में लौट आए थे। दूसरी ओर कांग्रेस ने देवेंद्र यादव को पार्टी का अंतरिम दिल्ली प्रमुख नियुक्त किया है।
यादव ने पार्टी छोड़ने पर लवली की आलोचना की “मैं अरविंदर सिंह लवली को अवसरवादी व्यक्ति की श्रेणी में रखता हूं। यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है।’’ जबकि लवली ने दावा किया कि दिल्ली में चार सीटों पर प्रचार कर रही आप कांग्रेस और उसके नेताओं के नाम का भी इस्तेमाल नहीं कर रही है, फिर भी वह पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के वोट पाने की उम्मीद कर रही है। भाजपा में शामिल होने के लिए लवली की प्रमुखता स्पष्ट है, क्योंकि वह दिल्ली में चुनावों के लिए भाजपा के 40 स्टार प्रचारकों में से एक हैं।

- राहिल नोरा चोपड़ा 

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