सर्दियों में सूखी आँखों से बचने के उपाय और कारण
अगर आप भी सर्दियों में सुखी आँखों से परेशान है तो आज हम आपको बताएंगे की सुखी आँखें होने का कारण और उपाय क्या है।
सर्दियों में सुखी आँखें हो जाना आम बात है
इंसान की सूखी आंखें तब होती हैं जब उनकी आँखों में पूरी तरह से आंसू नहीं बनता या जब आँसू बहुत जल्दी ख़त्म हो जाते हैं। इस कारण से लोगों को बहुत परेशानी होती है जैसे आँखें लाल हो जाना और किरकिरापन महसूस होना। यह स्थिति सर्दियों में ठंडी, शुष्क हवा और इनडोर हीटिंग जैसे कारणों की वजह से हो जाती है। इन कारणों में नमी काम हो जाती है और दिक्कतें बढ़ जाती है। सर्दियों के दौरान हवा में नमी होती है जिसकी वजह से आंसू की अस्थिरता बढ़ जाती है, जिससे इस मौसम में लोगों की सूखी आँखें हो जाती हैं। आज हम आपको बताएंगे की सर्दियों में सूखी आंखें हो जाने का क्या कारण है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
सर्दियों में सूखी आँखों के कारण
1. लो हुमिडीटी
हम सब जानते है की सर्दियों की हवा में बहुत कम नमी होती है, और इनडोर हीटिंग का उपयोग नमी को और कम कर देता है। यह शुष्क वातावरण आँखों में आंसू आने को कम कर देता है, जिससे आँखें कम चिकनाई वाली हो जाती हैं।
2. ठंडी हवाएँ
ठंडी, तेज़ हवाओं के संपर्क में आने से आँखों से नमी निकल सकती है, खासकर अगर हवा में बहुत प्रदुषण हो तो। उचित सुरक्षा के बिना, आँसू का वाष्पीकरण काफी बढ़ जाता है।
3. घर के अंदर स्क्रीन का अधिक समय
सर्दियों के दौरान, लोग घर के अंदर अधिक समय बिताते हैं, और अपने फ़ोन में व्यस्त रहते है। स्क्रीन पर घूरने से पलकें झपकने की दर कम हो जाती है, जिससे आंसू आंख की सतह पर रह नहीं पाते, जिससे सूखापन बढ़ जाता है।
4. इनडोर हीटिंग सिस्टम का उपयोग
इनडोर हीटिंग, फायरप्लेस और स्पेस हीटर आपको गर्म तो करते है लेकिन अत्यधिक शुष्क हवा पैदा कर सकते हैं, जिससे आंसू की अस्थिरता बढ़ जाती है और साथ ही सूखी आंखों का खतरा बढ़ जाता है।
5. मौसमी एलर्जी
सर्दियों में होने वाली एलर्जी, जैसे धूल के कण या बंद जगहों में फफूंद, आपकी आँखों में जलन और सूखापन पैदा कर सकती है।
सर्दियों में सूखी आँखों का इलाज कैसे करें
1. घर के अंदर नमी बढ़ाएँ
अपने घर या दफ़्तर में नमी को बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफ़ायर का इस्तेमाल करें इससे यह हीटिंग सिस्टम के सूखने वाले प्रभावों का मुकाबला करने में मदद करता है। इस सिस्टम से हवा और आपकी आँखें हाइड्रेटेड रहती हैं।
2. कृत्रिम आँसू का इस्तेमाल करें
लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप तुरंत आपको सुखी आँखों से राहत पहुंचाता हैं। अगर आप इसे बार-बार इस्तेमाल करना चाहते है आप प्रिज़र्वेटिव-मुक्त विकल्प चुनें, क्योंकि कुछ ड्रॉप में मौजूद प्रिज़र्वेटिव आँखों में जलन पैदा कर सकते हैं।
3. बाहर अपनी आँखों की सुरक्षा करें
अपनी आँखों को ठंडी हवाओं से बचाने के लिए रैपअराउंड सनग्लास या गॉगल्स पहनें। इससे आँसू में नमी आती है और सूखने वाले तत्वों के सीधे संपर्क में आने से बचाव होता है।
4. स्क्रीन से ब्रेक लें
20-20-20 नियम का ज़रूर पालन करें: हर 20 मिनट में, 20 सेकंड के लिए 20 फ़ीट दूर किसी चीज़ को देखें। इससे पलकें झपकने को बढ़ावा मिलता है और आपकी आँखें चिकनाईयुक्त रहती हैं।
5. हाइड्रेटेड रहें
पूरी तरह से हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए आपको खूब पानी होगा, जो आँसू के उत्पादन में सहायता करता है। स्वस्थ आंसू को बढ़ावा देने के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जैसे सैल्मन, अलसी और अखरोट।