नए साल में बनाएंगे नई सरकार, नीतीश कुमार की विदाई तय : तेजस्वी यादव
राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं।
राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने नए साल में बिहार में नई सरकार बनने का दावा किया। तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस नए साल पर हम लोगों ने संकल्प लिया है कि इस बार बिहार से बेरोजगारी और पलायन को खत्म करने का काम करेंगे। नए साल पर हम लोग एक नई सरकार बनाएंगे। जहां पढ़ाई, दवाई, कमाई, सुनवाई और कार्रवाई वाली सरकार हो। एक सकारात्मक सरकार हो जो जनता की सरकार हो, जहां अफसरशाही का बोलबाला न हो। लोकतंत्र में मालिक जनता है, उनकी सुनवाई होनी चाहिए। तभी जाकर बिहार प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ेगा।
नया साल, नई सरकार, नया बिहार।
आइए हम सभी नववर्ष 2025 का नए संकल्प, नई उमंग, नई ऊर्जा, नई उम्मीद, नए सपनों और नए विचारों के साथ स्वागत करें।#HappyNewYear #TejashwiYadav pic.twitter.com/FWp41T7Nxh
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 1, 2025
तेजस्वी यादव का बिहार सरकार पर हमला
इस साल के अंत में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव के बारे में उन्होंने कहा, हमने पहले भी कह दिया है कि नीतीश चाचा की विदाई तय है। नीतीश कुमार विदाई यात्रा में चल रहे हैं। वह 20 साल से मुख्यमंत्री हैं और काम करते-करते थक गए हैं। अगर खेत में एक ही बीज 20 साल तक लगाया जाए तो फसल नहीं होती है। बिहार में नए बीज की सरकार नए साल में बनाई जाएगी, यह तय है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को नववर्ष के पहले दिन राज्य के लोगों को पत्र लिखा। उन्होंने इस पत्र के जरिए कई वादे किए तो कई संभावनाओं को भी रेखांकित किया। उन्होंने बिहारवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं भी दीं।
नए बिहार के नवनिर्माण की नींव रखी
उन्होंने पत्र में लिखा, मेरा आपसे वादा है कि भविष्य में जब-जब भी बिहार की विकास गाथा का इतिहास पढ़ा जाएगा, साल 2025 का नाम एक ऐसे वर्ष के रूप में अवश्य याद किया जाएगा, जिसने बदलाव एवं नए बिहार के नवनिर्माण की नींव रखी। यह बिहार के सुनहरे सपनों को सच करने वाला साल है। बिहार का हर वर्ग, हर धर्म, हर जाति, हर युवा, महिला, बुजुर्ग, मजदूर, किसान, व्यापारी, कर्मचारी नववर्ष के साथ शपथ ले चुके हैं कि 20 साल से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक बदहाली, अनियंत्रित भ्रष्टाचार, प्रशासनिक अराजकता, राजकीय सुस्ती और व्यवस्था में लगे जंग को अब मिटाना है और बिहार को तरक्की के एक नए रास्ते पर ले जाना है।