
सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने घुसपैठ के प्रयास को नाकाम करते हुए पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले से चार बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। चारों घुसपैठिये बांग्लादेश से भारत में घुसने की फिराक में थे, जिन्हें सेना के जवानों ने दार्जिलिंग जिले के पानीटंकी में भारत-नेपाल सीमा पर गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार, इन घुसपैठियों के साथ संबंध रखने वाले दो भारतीय नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है। एसएसबी की बटालियन 9 के जवानों ने नेपाल से लगती पानीटंकी सीमा के पास चार बांग्लादेशी घुसपैठियों को देखा। शक होने पर एसएसबी के जवानों ने उन्हें रोक लिया और उनकी पहचान का विवरण मांगा।
अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की बात स्वीकार कर ली
पूछताछ के दौरान उन्होंने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की बात स्वीकार कर ली। उनके पास से बांग्लादेश की नागरिकता के पहचान पत्र और फर्जी भारतीय आधार कार्ड बरामद किए गए। चारों की पहचान मोहम्मद सोहाग मियां, सैफुल इस्लाम, कमरुल हुसैन और मोहम्मद मोनिर हुसैन के रूप में हुई है। इसके बाद एसएसबी कर्मियों ने उन्हें खोरीबाड़ी थाने को सौंप दिया। उन्होंने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि उन्हें जलपाईगुड़ी जिले के मूल निवासी एमडी हुसैन और कूचबिहार जिले के मूल निवासी एमडी सिपोन सरकार नामक दो भारतीय नागरिकों द्वारा मदद की गई थी। बाद में इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करने का विकल्प अपना रहे थे
राज्य पुलिस की खुफिया शाखा के एक अधिकारी ने कहा कि, अवैध बांग्लादेशी निवासी नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करने के लिए वैकल्पिक मार्ग अपना रहे हैं। उन्होंने कहा, भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर सीमा सुरक्षा बल की बढ़ती गश्त के कारण, यहां से भारत में घुसपैठ करना अब पहले की तुलना में अधिक कठिन हो गया है। इसलिए वे अब नेपाल मार्ग से आ रहे हैं। पानी टंकी सीमा उनकी पसंद बन रही है।