आंदोलनकारी किसानों पर क्या कह गए BJP सांसद, मच गया बड़ा बवाल
राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा ने आंदोलन के पीछे ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप लगाया है।
सिंघु बॉर्डर पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे पंजाब के किसानों को लेकर राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा ने आंदोलन के पीछे ह्यूमन ट्रैफिकिंग होने का आरोप लगाया है। उनके इस बयान से राजनीति गरमा गई है। किसान संगठन इनेलो पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव एवं हिसार जिला प्रभारी सुनैना चौटाला ने कहा है कि उनको किसानों से माफी मांगनी चाहिए। शंभू बॉर्डर पर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रधान सरवन सिंह पंढेर ने भी बयान की निंदा की।
दरअसल, सदस्य रामचंद्र जांगड़ा वीरवार को महम में थे। उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया था कि टिकरी एवं सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के नशेड़ी एक साल से बैठे हैं। आंदोलन के पर्दे के पीछे कुछ गलत लोग ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वाले आ गए हैं।
टिकरी और सिंघु बॉर्डर के गांवों से गायब हुईं 700 लड़कियां
भाजपा नेता ने कहा कि आंदोलन के दौरान टिकरी और सिंघु बॉर्डर के गांवों से 700 लड़कियां गायब हुईं। आंदोलन के नाम पर कुछ लोग चंदा उगाही कर रहे हैं। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि लोगों को समझना चाहिए कि किसान संगठनों द्वारा एक बयान भी आया था कि हमने कांग्रेस के लिए माहौल तैयार किया था। जांगड़ा के बयान पर इनेलो और किसान संगठनों ने मोर्चा खोला है।
जांगड़ा का बयान अत्यंत निंदनीय : सुनैना
इनेलो की महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव एवं हिसार जिला प्रभारी सुनैना चौटाला ने कहा है कि किसानों और किसान आंदोलन को लेकर भाजपा राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का बयान अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इनेलो पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। संगठन किसान आंदोलन को पूर्ण समर्थन करती है।
‘पीएम पूरी करें किसानों की मांग’
पार्टी के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान तथाकथित कुछ किसान नेताओं ने कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम किया है। ऐसे नेताओं से किसानों को बचना चाहिए। किसान चाहेंगे तो पार्टी के दोनों विधायक भी इस्तीफा देने को तैयार हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की है कि वो किसानों की मांगों को पूरा करें। किसान सिर्फ एमएसपी की मांग रहे हैं।