कौन हैं प्रताप सारंगी? राहुल गांधी पर धक्का देने का आरोप लगाने से पहले भी रहे हैं सुर्खियों में
संसद परिसर में आज सीढ़ियों से भाजपा सांसद प्रताप सारंगी गिर गए।
संसद परिसर में आज सीढ़ियों से भाजपा सांसद प्रताप सारंगी गिर गए। उनके सिर में चोटें आई हैं। उन्हें दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सारंगी का आरोप है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया, जिससे वह गिर गए। धक्कामुक्की में बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत भी घायल हुए हैं। मुकेश को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
बता दें, इससे पहले भी सारंगी काफी सुर्खियों में रहे हैं। सांसद और विधायक रह चुके प्रताप सारंगी अपनी सादगी के लिए सुर्खियां बटोर चुके हैं। साल 2019 में वह बालासोर से पहली बार सांसद निर्वाचित हुए थे, तब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिमंडल में शामिल किया था। सारंगी को मोदी का करीबी भी माना जाता है।
सारंगी ने खाई थी रिश्वत नहीं लेने की कसम
सारंगी ने अपनी मां से रिश्वत नहीं लेने की कसम खाई थी। ऐसा कहा जाता है कि एक बार सारंगी की झोपड़ी के बाहर समर्थक जुटे थे। वे उनसे विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कह रहे थे। इसके बाद सारंगी को मां से चुनाव लड़ने की मंजूरी मिली। उन्होंने अनुमति लेने से पहले मां से वादा किया था कि वो कभी नहीं झूठ बोलेंगे और न रिश्वत लेंगे।
स्वामी विवेकानंद से प्रभावित हैं सारंगी
सारंगी विधायक बनने के बाद भी साइकिल से घूमते थे। अपनी झोपड़ी में ही रहते थे। केंद्र सरकार में मंत्री बनने से पहले उनका वही पता था। सारंगी का जीवन स्वामी विवेकानंद से प्रभावित रहा है। उन्होंने स्कूल के दौरान विवेकानंद पर भाषण सुना था, जिसका उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा।
पेंशन के पैसों से करवाते हैं सामाजिक कार्य
भाजपा ये नेता समाजसेवा करना चाहते थे। वह कॉलेज जाने के बाद आरएसएस के संपर्क में आए थे। उसके बाद तहसील, जिले से होते हुए बजरंग दल और आरएसएस के विभिन्न संगठनों में कई पदों पर रहे हैं। नीलगिरी में कई स्कूल खुलवा हैं। अपनी पेंशन के पैसों का इस्तेमाल भी सामाजिक कार्यों में करते रहे हैं।