सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज हैं विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार, जानें कैसा रहा सुदर्शन रेड्डी का करियर
Who is Sudarshan Reddy: उप-राष्ट्रपति चुनाव के लिए BJP और कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए है। मल्लिकार्जुन खरगे ने ऐलान करते हुए बताया कि बी सुदर्शन रेड्डी विपक्ष के उप-राष्ट्रपति प्रत्याशी होंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सर्वसम्मति से सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी के नाम पर सहमति व्यक्त की है। न्यायमूर्ति रेड्डी 21 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
कैसा रहा न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी का करियर (Sudarshan Reddy Career)?
न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई, 1946 को हुआ था। 27 दिसंबर, 1971 को वे हैदराबाद स्थित आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत हुए। उन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में रिट और दीवानी मामलों में वकालत की। उन्होंने 1988-90 के दौरान उच्च न्यायालय में सरकारी वकील के रूप में कार्य किया। उन्होंने 1990 के दौरान छह महीने की अवधि के लिए केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील के रूप में भी काम किया। उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय के कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील के रूप में भी काम किया।
न्यायमूर्ति रेड्डी ने 1991 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में अपने न्यायिक जीवन की शुरुआत की। 2 मई, 1995 को उन्हें आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 5 सितंबर 2005 में उन्हें गुवाहाटी उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया। बाद में 12 जनवरी 2007 वे सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने और कई महत्वपूर्ण निर्णयों में उनकी भूमिका रही। सर्वोच्च न्यायालय से सेवानिवृत्त होने के बाद, उन्हें गोवा का पहला लोकायुक्त नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने एक ईमानदार और सख्त छवि वाले अधिकारी के रूप में कार्य किया। उन्होंने बिना किसी दबाव के भ्रष्टाचार के मामलों की जाँच की और पारदर्शिता की वकालत की।
सीपी राधाकृष्णन और सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला
बता दें, भारतीय जनता पार्टी की तरफ से सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया गया है। अब 9 सिंतबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए राधाकृष्णन और सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला है।