For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

WHO: मां से गर्भस्थ शिशु को भी हो सकता है Monkeypox

07:54 PM Aug 18, 2024 IST | Pannelal Gupta
who  मां से गर्भस्थ शिशु को भी हो सकता है monkeypox

WHO on Monkeypox: इन दिनों दुनिया में तेजी से फैल रहे मंकीपॉक्स या एमपॉक्स के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि यह मां से उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी हो सकता है।

Highlights

  • मां से गर्भस्थ शिशु को भी हो सकता है Monkeypox
  • नजदीकी संपर्क में रहने से भी हो सकता Monkeypox
  • दुनिया भर में एमपॉक्स के 15 हजार से ज्यादा मामले

नजदीकी संपर्क में रहने से भी हो सकता Monkeypox

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रविवार को एमपॉक्स के जुड़ी कुछ जानकारियां प्रश्न-उत्तर के रूप में साझा की हैं। इनमें बताया गया है कि एमपॉक्स आम तौर पर छूने, यौन संबंध बनाने और नजदीकी संपर्क में रहने से होता है। इसके अलावा एमपॉक्स वायरस संक्रमित व्यक्ति द्वारा छुए गये किसी वस्तु या सतह को छूने से भी स्वस्थ व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकता है।

जानकारियों में कहा गया है, गर्भावस्था के दौरान संक्रमण भ्रूण तक भी फैल सकता है। जन्म के समय या जन्म के बाद त्वचा से त्वचा के संपर्क में आने से और शिशु या बच्चों से माता-पिता के नजदीकी संपर्क में आने से भी यह फैल सकता है।

बीमारी के कोई लक्षण नहीं है- WHO

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि जिस व्यक्ति में वायरस हैं, लेकिन बीमारी के कोई लक्षण नहीं है, यानी जो पूरी तरह स्वस्थ दिख रहा है, उससे संक्रमण फैलने की कुछ रिपोर्ट मिली है, लेकिन इस बारे में अभी और अध्ययन की जरूरत है। संक्रमित व्यक्तियों के शुक्राणुओं में भी एमपॉक्स के जिंदा वायरस मिले हैं, लेकिन अभी यह ज्ञात नहीं है कि शुक्राणु, योनी के फ्लुइड या मां के दूध से संक्रमण फैलने का कितना खतरा होता है।

दुनिया भर में एमपॉक्स के 15 हजार से ज्यादा मामले

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 14 अगस्त को एमपॉक्स महामारी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया था। दुनिया भर में इस साल एमपॉक्स के 15 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं और 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

Monkeypox को ठीक होने में लग सकता दो से चार सप्ताह का समय

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि एमपॉक्स को ठीक होने में दो से चार सप्ताह का समय लग सकता है। जब तक फफोले पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते और फफोलों वाली त्वचा की जगह नई त्वचा नहीं आ जाती तब तक व्यक्ति को संक्रमण मुक्त नहीं माना जा सकता। ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Advertisement
Advertisement
Author Image

Pannelal Gupta

View all posts

Advertisement
×