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Rajeev Khandelwal ने क्यों छोड़ा था ‘कहीं तो होगा’ ? सामने आया 20 साल पुराना सच!

04:17 PM Jul 14, 2025 IST | Damini Singh
rajeev khandelwal  ने क्यों छोड़ा था ‘कहीं तो होगा’   सामने आया 20 साल पुराना सच
Rajeev Khandelwal on Kahiin to Hoga

टीवी के सबसे पॉपुलर रोमांटिक हीरो सुजल यानी राजीव खंडेलवाल ने जब अचानक ‘कहीं तो होगा’ शो छोड़ दिया, तो हर कोई हैरान रह गया। लोग कहने लगे कि फेम ने उनके सिर चढ़कर बोलना शुरू कर दिया है। लेकिन अब सालों बाद राजीव ने खुद चौंकाने वाला खुलासा किया है! उन्होंने बताया कि उन्होंने शो को क्यों छोड़ा, एकता कपूर से क्या हुआ था और कैसे वो खुद अपनी पहचान से जूझ रहे थे। उन्होंने पैसे, फेम और लोकप्रियता को क्यों ठुकरा दिया? और क्यों आज तक उन्होंने कोई ऐसा रोल नहीं किया जो सुजल जैसा हो? क्या था वो सच जिसे जानकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे? पूरा सच जानने के लिए पढ़िए राजीव खंडेलवाल की कहानी, उनके ही शब्दों में।

राजीव खंडेलवाल की पहचान बना ‘कहीं तो होगा’

टीवी इंडस्ट्री के सबसे चर्चित चेहरों में से एक राजीव खंडेलवाल को आज भी दर्शक शो ‘कहीं तो होगा’ के सुजल के रूप में याद करते हैं। यही वो शो था जिसने राजीव को रातोंरात स्टार बना दिया। लेकिन उसी शो को उन्होंने अचानक छोड़ भी दिया — और यहीं से शुरू हुईं अफवाहें और सवाल।

कॉलेज से मुंबई तक का सफर

इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में राजीव ने बताया कि उन्होंने कुछ विज्ञापन किए थे और दिल्ली में ऑडिशन देने जाते थे। एक बार उन्होंने एक एड देखा जिसमें लिखा था कि बालाजी टेलीफिल्म्स एक कॉलेज में ऑडिशन ले रहा है। पहले तो उन्हें लगा कि ये फेक है, लेकिन फिर भी उन्होंने ऑडिशन दिया — और चार दिनों में ही कॉल आ गया। उन्हें ‘सुजल’ का रोल ऑफर किया गया और उन्होंने मुंबई की उड़ान भर ली।

रोल छोटा था, लेकिन असर बहुत बड़ा पड़ा

राजीव को शुरुआत में बताया गया था कि रोल सिर्फ 35-40 एपिसोड का होगा। लेकिन शो जैसे-जैसे आगे बढ़ा, लोगों का प्यार बढ़ता गया। राजीव कहते हैं कि जब उन्होंने ये रोल लिया था, तब उन्हें लगा कि शो देर रात टेलीकास्ट होगा और फेम आने में वक्त लगेगा। लेकिन 15 एपिसोड के अंदर ही उन्हें बज़ मिलना शुरू हो गया। लड़कियां उन्हें देखकर स्माइल करने लगीं, इंटरव्यू कॉल्स आने लगे और वो पब्लिक इवेंट्स में रिबन काटने लगे। यह सब उनके लिए बेहद अनरियल था।

क्यों छोड़ा शो?

राजीव ने खुलासा किया कि उन्होंने ‘कहीं तो होगा’ इसलिए छोड़ा क्योंकि वो उस फेम और जिम्मेदारी को संभाल नहीं पा रहे थे। उनका कहना था – “मुझे लगने लगा कि मैं अपने दर्शकों को वैसी क्वालिटी नहीं दे पा रहा हूं, जैसा वो deserve करते हैं।” उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद को एक फ्रेम में बंद नहीं होने दिया और कभी दोबारा ऐसा कैरेक्टर नहीं लिया जो ‘सुजल’ जैसा हो।

‘घमंडी’ कहे जाने का दर्द

शो छोड़ने के बाद लोगों ने राजीव पर घमंड करने के आरोप लगाए। मीडिया ने लिखा – “वो बहुत बड़ा हो गया है।” राजीव ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि असलियत ये थी कि उन्होंने एकता कपूर से खुद बात कर के शो छोड़ा। वो उस वक्त सोचने लगे थे कि उन्होंने बहुत कुछ पा लिया है, लेकिन उनका मन शांत नहीं था।

पैसे और फेम को मना किया

राजीव ने कहा कि उन्होंने शो को उसके पीक पर छोड़ दिया। उस वक्त उनके पास फिल्म ऑफर्स भी आ रहे थे, लेकिन उन्होंने पैसे और पॉपुलैरिटी दोनों को ठुकरा दिया। उनका कहना था – “मैं सिर्फ फेमस रोमांटिक हीरो नहीं बनना चाहता था। मैं अलग-अलग किरदार करना चाहता था। इसलिए मैंने वही चुना जो मेरे अंदर की सच्चाई थी।”

‘लेफ्ट राइट लेफ्ट’ के बाद काम मिलना हुआ मुश्किल

राजीव ने जब ‘लेफ्ट राइट लेफ्ट’ भी छोड़ दिया, तब उन्हें ये एहसास हुआ कि टीवी इंडस्ट्री में उन्हें काम मिलना बंद हो सकता है।
उनका कहना था – “मुझे पता था कि कोई भी मेकर मुझे दोबारा कास्ट नहीं करेगा। लोग मेरी सच्चाई को नहीं जानते थे, बस जज करते रहे।”

घमंड नहीं, आत्म-सम्मान था

राजीव खंडेलवाल की ये कहानी ये बताती है कि हर स्टार के पीछे एक संघर्ष होता है जो दर्शकों को दिखता नहीं। उन्होंने जो फैसला लिया, वो उनकी ईमानदारी और आत्म-संतोष का हिस्सा था, न कि घमंड का। आज भी लोग उन्हें सुजल के रूप में याद करते हैं — और ये इस बात का सबूत है कि उन्होंने जो किया, वो गलत नहीं, बस दिल से किया।

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Damini Singh

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