पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर जारी है उपचुनाव, शांतिपूर्ण ढंग से चल रही है प्रक्रिया
पश्चिम बंगाल में चार सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव का आयोजन शनिवार को चल रहा है। शुरू के पहले दो घंटे में सबसे अधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया है। चुनाव की प्रक्रिया जारी है और सभी कार्य शांतिपुर्ण ढंग से चल रहे है।
12:18 PM Oct 30, 2021 IST | Desk Team
पश्चिम बंगाल में चार सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव का आयोजन शनिवार को चल रहा है। शुरू के पहले दो घंटे में सबसे अधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया है। चुनाव की प्रक्रिया जारी है और सभी कार्य शांतिपुर्ण ढंग से चल रहे है। मतदान प्रक्रिया सुबह 7 बजे शुरू की गयी थी।
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इन सीटों पर हो रहे है उपचुनाव
बंगाल में चल रहे क्षेत्रों में दिनहाटा (कूचबिहार), शांतिपुर (नादिया), खरदाहा (उत्तर 24 परगना) और गोसाबा (दक्षिण 24 परगना) शामिल है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शांतिपुर में 15.4 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है, जो चार विधानसभा क्षेत्रों में सबसे अधिक है। दिनहाटा और खरदाहा में क्रमश: 11.1 प्रतिशत और 11.4 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। 10.3 प्रतिशत के साथ गोसाबा में सबसे कम मतदान हुआ।
भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने लगाए आरोप
उपचुनाव के बीज भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने एक दूसरे के ऊपर आरोप भी लगाए है। शांतिपुर से भाजपा उम्मीदवार निरंजन बिस्वास ने आरोप लगाया कि मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। वही बिस्वास ने कहा, हमारे कुछ समर्थकों को धमकाया जा रहा है ताकि वे मतदान केंद्र पर न जाएं। तृणमूल कांग्रेस के गुंडे उन्हें घर के अंदर रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं। मैंने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। दूसरी ओर खरदाह से तृणमूल कांग्रेस के एक उम्मीदवार सोवोंदेब चट्टोपाध्याय ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बल कुछ अजीब कारणों के बहाने मतदाताओं और मतदान एजेंटों को बूथों के अंदर नहीं जाने दे रहे हैं।
वोटिंग के लिए मतदाताओं के सामने रखी शर्तें- बिस्वास
उन्होंने कहा, एजेंट मतदाताओं से कह रहे हैं कि अगर वे बैज पहनते हैं तो उन्हें बूथों के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। यह मेरा आठवां चुनाव है और मैं नियमों को बलों से बेहतर जानता हूं। अगर पार्टी के चिन्ह के साथ बैज मेरे नाम पर है, तो उन्हें रोका नहीं जा सकता। मतदाताओं को यह भी बताया गया कि अगर उन्हें कोविड-19 के खिलाफ पूरी तरह से टीका नहीं लगाया गया, तो उन्हें बूथों के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। यह अजीब है। वे इस तरह की शर्तों को कैसे निर्धारित कर सकते हैं? उनका काम सिर्फ यह देखना है कि बूथ के बाहर कहीं कोई दिक्कत तो नहीं है। तकनीकी विशिष्टताओं को पीठासीन अधिकारी द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। मैंने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
सुरक्षा के किए गए है कड़े इंतजाम
उपचुनाव के लिए केंद्रीय पुलिस बलों की 92 इकाइयों को तैनात किया गया है। बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करने वाले दिनहाटा में सबसे अधिक केंद्रीय बलों को तैनात किया जा रहा है। शांतिपुर में 22, खरदाहा में 20 और गोसाबा में 23 के साथ केंद्रीय बल की 27 कंपनियों को वहां तैनात की गयी है। दो नवंबर को मतगणना तक केंद्रीय बलों की आठ कंपनियां रहेंगी। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इन निर्वाचन क्षेत्रों में सेवा मतदाताओं सहित कुल मतदाताओं की संख्या 10,16,766 है, जिसमें 18 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। कुल 1,439 मतदान केंद्रों में सबसे अधिक दिनहाटा में 417 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चार निर्वाचन क्षेत्रों में पुरुष मतदाताओं की कुल संख्या 5,20,845 है जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 4,95,904 है। इन मतदाताओं में 17 थर्ड जेंडर भी हैं लेकिन कोई विदेशी मतदाता नहीं है।
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