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खास डाइट प्लान आजमा रही महिला हॉकी टीम

किसी ने अपने पसंदीदा ‘राजमा चावल’ खाना छोड़ दिये तो किसी ने मसालेदार खाने से तौबा कर ली है और मिठाई, चाकलेट की तरफ तो अब ये देखती भी नहीं है।

07:43 AM Jul 24, 2019 IST | Desk Team

किसी ने अपने पसंदीदा ‘राजमा चावल’ खाना छोड़ दिये तो किसी ने मसालेदार खाने से तौबा कर ली है और मिठाई, चाकलेट की तरफ तो अब ये देखती भी नहीं है।

नई दिल्ली : किसी ने अपने पसंदीदा ‘राजमा चावल’ खाना छोड़ दिये तो किसी ने मसालेदार खाने से तौबा कर ली है और मिठाई, चाकलेट की तरफ तो अब ये देखती भी नहीं है। यह किसी बालीवुड अभिनेत्री का नहीं, बल्कि ‘मिशन तोक्यो ओलंपिक’ के लिये अपनी फिटनेस पर जोर दे रही भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ियों का ‘डाइट प्लान’ है। पिछले दो साल से शानदार प्रदर्शन कर रही भारतीय महिला हॉकी टीम नवंबर में होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के जरिये तोक्यो ओलंपिक 2020 का टिकट कटाने के लिये कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही। 
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कप्तान रानी रामपाल का दावा है कि यह अब तक की सबसे फिट महिला हॉकी टीम है और सभी खिलाड़ी वैज्ञानिक सलाहकार वेन लोंबार्ड का ‘डाइट प्लान’ का ईमानदारी से अनुसरण कर रहे हैं। पिछले महीने हिरोशिमा में एफआईएच हॉकी सीरिज फाइनल्स में खिताबी जीत के साथ प्लेयर आफ द टूर्नामेंट रही कप्तान रानी रामपाल ने कहा कि मैं कह सकती हूं कि यह सबसे फिट महिला हॉकी टीम है। वेन लोंबार्ड ने हर खिलाड़ी और पूरी टीम की फिटनेस पर काफी काम किया है। हम सभी उनके डाइट प्लान पर चल रहे हैं क्योंकि हमें ओलंपिक खेलना ही नहीं, पदक जीतना है। 
उन्होंने कहा कि हमने कार्बोहाइड्रेट, मसालेदार, तैलीय खाना, मिठाई, चाकलेट सब छोड़ दिया है। जापान से जीतकर आने के बाद मैने उन्हें मनाकर एक दिन मां के हाथ का बना राजमा चावला खा लिया था लेकिन हमारी रोजाना की डाइट में यह सब शामिल नहीं है। काफी संतुलत खाना खाते हैं और खुद भी बेहतर महसूस कर रहे हैं।भारतीय महिला हॉकी टीम ने 1980 में मास्को ओलंपिक में चौथा स्थान हासिल किया था जो ओलंपिक में इस महिला हॉकी का पदार्पण भी था। इसके 36 साल बाद टीम ने रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया और 12वें स्थान पर रही। रानी ने कहा कि पिछले चार साल में बहुत कुछ बदल गया है। 
रियो में हमें अनुभव नहीं था लेकिन अब पता चल गया है कि ओलंपिक में कैसे खेलना है। हमने रियो में बहुत कुछ सीखा और पिछले दो साल से हमारे प्रदर्शन में लगातार निखार आया है। यह पूछने पर कि क्वालीफाई करने के बाद क्या वह टीम को पदक उम्मीद मानती है, रानी ने कहा कि निश्चित तौर पर हममें वह क्षमता है। विश्व हॉकी में नीदरलैंड को छोड़कर कोई भी टीम अपना दिन होने पर किसी को भी हरा सकती है। हम भी लगातार अच्छा खेल रहे हैं।
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