kim Train -नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की ट्रेन की इतनी चर्चा क्यों होती है, क्या है खासियत
नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन जो भी काम करते है वो सबसे हटकर होता है और इसी वजह से उनकी और उनके काम की चर्चा होती है। लेकिन इन दिनों उनकी ट्रेन को लेकर खुब चर्चा रही है तो चलिए उनकी उस ट्रेन के बारे में बात करते है जो चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
चलता फिरता किला है ट्रेन
दरअसल ये कोई आम ट्रेन नही है बल्की चलता फिरता किला है । जिसमे सुरक्षा के कई इंतजाम किए गए है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट मुताबिक, किम जोंग-उन की ट्रेन को जमीन और आसमान से सुरक्षा दी जाती है। इस ट्रेन के आगे 100 से ज्यादा तेज-तर्रार सुरक्षा बलों का एक दस्ता चलता है।
ट्रेन कोे साथ चलते है आसमान में हेलिकॉप्टर
हर स्टेशन पर बारीकी से सुरक्षा बल ट्रेन की जांच करते हैं। उस रूट से गुजरने वाली सभी ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया जाता है। किसी भी तरह के आसमानी हमले को रोकने के लिए नॉर्थ कोरिया एयर फोर्स का सोवियत मेड IL-76 एयरक्राफ्ट और Mi-17 हेलिकॉप्टर इस ट्रेन के साथ-साथ उड़ान भरते हैं।
ट्रेन में एडवांस सिक्योरिटी
किम जोंग-उन की ट्रेन के आगे एक ट्रेन एडवांस सिक्योरिटी यानी ट्रैक और बाकी दूसरे खतरों को चेक करते हुए आगे बढ़ती है। इन ट्रेनों पर सुरक्षा एजेंटों की कड़ी निगरानी होती है जो बम और अन्य खतरों के लिए मार्गों और आगामी स्टेशनों को स्कैन करते हैं। किम जोंग-उन की ट्रेन के पीछे एक ट्रेन अतिरिक्त सुरक्षाबलों के जवान और बॉडीगार्ड को लेकर चलती है।
सामान्य ट्रेनों की तुलना में ज्यादा भारी है ट्रेन
किम जोंग उन की ट्रेन सामान्य ट्रेनों की तुलना में ज्यादा भारी होती है। यही वजह है कि ये ट्रेन एक घंटे में अधिकतम 59 किलोमीटर की दूरी तय कर पाती है। भारत में सामान्य ट्रेनें भी 100-120 किलोमीटर की रफ्तार से चलती हैं। इसके अलावा यह ट्रेन सोवियत यूनियन के वक्त बनाई गई है, जिसमें कई सारे बदलाव किए गए हैं। किम जोंग-उन इस ट्रेन के सिर्फ दो कोच एक पर्सनल और दूसरा ऑफिशियल उद्देश्यों से इस्तेमाल करते हैं।
ट्रेन में फाइव स्टार होटल
पीली पट्टी और हरे रंग वाली इस ट्रेन के कॉन्फ्रेंस रूम और बेडरूम किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं हैं। सैटेलाइट टीवी और फोन के जरिए नॉर्थ कोरिया के शासक अपने देश के सीनियर अधिकारियों से हमेशा संपर्क में रहते हैं। इसके साथ ही इसमें पेरिस से लाई गई कीमती वाइन भी परोसी जाती है । ट्रेन में मनोरंजन के लिए लेडी कंडक्टर्स की तैनाती खास तौर पर की गई है। ये सिंगिंग और डांसिंग करती हैं। इसके अवाला पूरी ट्रेम बुलट प्रूफ है। आपको बता दें किम जोंग उन हवाई सफर से डरते है इसलिए वो ट्रेन का इस्तेमाल करते है। उनके पिता और दादा भी इसी ट्रेन से सफर करते थे। किम जोंग के पिता की हत्या भी इसी ट्रेन में अटैक आने की वजह से हुई थी।
इसी ट्रेन से रुस गए थे किम जोंग
मंगलवार को वो इसी ट्रेन से रूस गए थे इस दौरे की वजह से उनकी प्राइवेट ट्रेन एक बार फिर सुर्खियों में है। प्योंगयांग से रूस के व्लादिवोस्तोक शहर तक का सफर उन्होंने इसी ट्रेन से तय किया। 1180 किमी के इस सफर में उन्हें 20 घंटे लगे थे । इसके बाद से ही कहा जा रहा है कि किम उस ट्रेन भारी हथियार लेकर रुस गए थे जिसके बाद अमेरिका चेतावनी दे चुका है।