खालिस्तानी आतंकी पन्नू पर एक बार फिर प्यार बरसाने लगा अमेरिका, कहा- भारत से जवाबदेही की उम्मीद
अमेरिका ने कहा कि पिछले वर्ष अमेरिका की धरती पर उसके एक नागरिक पन्नू की हत्या की कोशिश के मामले में भारत के एक सरकारी कर्मचारी की कथित भूमिका के संबंध में उनका देश भारत से जवाबदेही की उम्मीद करता है। अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले वर्ष अमेरिका की धरती पर उसके एक नागरिक की हत्या की कोशिश के मामले में भारत के एक सरकारी कर्मचारी की कथित भूमिका के संबंध में उनका देश भारत से जवाबदेही की उम्मीद करता है। विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
- अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का हाथ पकड़ा है।
- अमेरिका ने कहा है कि उनका देश भारत से जवाबदेही की उम्मीद करता है
भारतीय नागरिक पर पन्नू की हत्या का आरोप
पिछले वर्ष नवंबर में अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ मिलकर सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया था। गुरपतवंत सिंह पन्नू के पास अमेरिकी और कनाडाई दोनों नागरिकताएं हैं। गुप्ता को पिछले वर्ष जून में चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था और 14 जून को उसे अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था।
कनाडाई अधिकारियों ने भारतीयों को किया गिरफ्तार
पटेल ने कहा, ‘‘हम पिछले वर्ष गर्मियों में अमेरिकी धरती पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या के असफल प्रयास में भारत सरकार के एक कर्मचारी की कथित भूमिका के संबंध में भारत सरकार से जवाबदेही की उम्मीद करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उच्च स्तर पर सीधे भारत सरकार के समक्ष अपनी चिंताओं को उठा रहे हैं।’’ हालांकि पटेल ने उस खबर पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जिसमें कहा गया है कि कनाडाई अधिकारियों ने एक विवाह समारोह में सिख अलगाववादी को निशाना बनाने की योजना बना रहे पांच भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पटेल ने कहा, ‘‘आपने जिसका उल्लेख किया है वह खबर कनाडा से है इसलिए मैं कहूंगा कि आप कनाडा सरकार से इस संबंध में बात करें।’’ इससे कुछ समय पहले खालिस्तानी आतंकियों के बढ़ते खतरे के मद्देनज़र भारत सरकार ने देश के दो पूर्व खुफिया अफसरों की सुरक्षा को प्रदान की है। भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख सामंत गोयल और पूर्व एनआईए ( NIA ) प्रमुख दिनकर गुप्ता को Z श्रेणी सुरक्षा प्रदान की गई है। आतंकी हमले देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती पेश करते है इन्ही आतंकी संगठनों से निपटने में खुफिया एजेंसी का अहम रोल होता है। जिसमें पूर्व सेवानिवृत भारतीय अधिकारियों पर खालिस्तानी संगठनों से बढ़ते खतरों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इन अधिकारियों की सुरक्षा को बढ़ा दिया है। भारतीय खुफिया एजेंसियों को पूर्व अधिकारिओं पर खतरे की जानकारी पता चला था। आतंकी संगठनो के बढ़ते खतरों को देखते हुए सरकार ने पूर्व रॉ प्रमुख सामंत गोयल और पूर्व एनआईए प्रमुख दिनकर गुप्ता को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है। अब इन दोनों अधिकारीयों को सीआरपीएफ द्वारा सुरक्षा दी जा रही है।
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