Bangladesh News:हिंसक प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश में कर्फ्यू लागू, अब तक 1000 छात्र पहुँचे भारत, नेपाल-भूटान को भी मिल रही मदद
Bangladesh News: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के बीच शुक्रवार को पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया। बांग्लादेश आरक्षण विरोधी हिंसा की आग में झुलस रहा है। प्रदर्शनकारियों पर गोलियाँ बरस रही हैं। अब तक 2000 से ज्यादा लोगों के घायल होने तो सवा सौ से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। इस बीच, बांग्लादेश में पढ़ रहे भारत के करीब 5000 हजार छात्र वहां फंसे हैं। बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति के कारण, बांग्लादेश में पढ़ रहे भारतीय और विदेशी छात्र विभिन्न आईसीपी (एकीकृत चेक पोस्ट) के माध्यम से वापस आ रहे हैं ।
कई दिनों से चल रही घातक झड़पों के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शेख हसीना सरकार ने सैन्य बलों की तैनाती का आदेश दिया है। जिसके बाद से बांग्लादेश में मौजूद सभी छात्रों से भारत सरकार संपर्क में है। करीब 200 छात्र हवाई जहाजों से वापस आए हैं, तो बाकी सड़क, पानी के रास्ते। यही नहीं, भारत अपने पड़ोसी देशों नेपाल और भूटान के छात्रों को भी उनके देश वापस जाने में मदद कर रहा है और उन्हें भारत में एंट्री दे रहा है। अधिकतर भारतीय और विदेशी छात्र उत्तर पूर्वी राज्यों खासकर अगरतला में एकीकृत चेक पोस्ट के माध्यम से पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से मेघालय के पश्चिमी जैंतिया हिल्स जिले में दावकी एकीकृत चेक पोस्ट के जरिए 284 और लोग भारत में दाखिल हुए। इनमें से 168 नेपाल से और 115 भारत से हैं, जिनमें मेघालय के आठ छात्र और एक कनाडा से है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया है कि भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षित और आसान मार्ग उपलब्ध कराने के लिए सिविल एविएशन, इमिग्रेशन, बंदरगाहों और सीमा सुरक्षा बल के साथ सहयोग कर रहा है। अब तक 778 भारतीय छात्र विभिन्न बंदरगाहों के माध्यम से भारत लौट आए हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा करीब 200 छात्र ढाका और चटगाँव एयरपोर्ट के जरिए नियमित उड़ान सेवाओं से घर लौटे हैं।
बीएसएफ के सेक्टर कमांडर, डीआईजी राजीव अग्निहोत्री ने कहा, "बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति के कारण, बांग्लादेश में पढ़ रहे भारतीय और विदेशी छात्र विभिन्न आईसीपी (एकीकृत चेक पोस्ट) के माध्यम से वापस आ रहे हैं। अब तक लगभग 150 छात्र विभिन्न आईसीपी के माध्यम से वापस आ चुके हैं। बीएसएफ इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्था कर रहा है।"