चीन ने ताइवान के आस-पास भेजे 27 सैन्य विमान और 6 नौसैनिक जहाज, सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक
चीन : ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (MND) ने आज जानकारी दी कि रविवार को सुबह 6 बजे (स्थानीय समय) से सोमवार की सुबह 6 बजे (स्थानीय समय) तक, ताइवान के आसपास 27 चीनी सैन्य विमान और 6 नौसैनिक जहाजों का संचालन किया गया। यह गतिविधि ताइवान के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में घुसपैठ की है।
Highlight :
- चीनी सैन्य गतिविधियों में वृद्धि
- ताइवान ने 27 चीनी सैन्य विमानों और 6 नौसैनिक जहाजों को देखा
- 19 विमानों ने ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को पार किया
चीनी सैन्य गतिविधियों में वृद्धि
MND ने कहा कि इस दौरान 19 चीनी विमानों ने ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को पार किया, जो कि ताइवान के उत्तरी, मध्य, दक्षिण-पश्चिमी और पूर्वी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में सक्रिय रहे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया कि, 'ताइवान के आस-पास 27 PLA विमान और 6 PLAN जहाजों को देखा गया। हमने स्थिति पर नज़र रखी है और आवश्यक कार्रवाई की है।' इससे पहले शनिवार को, ताइवान ने चार चीनी सैन्य विमान और छह नौसैनिक जहाजों की गतिविधि देखी थी। उस दिन MND ने बताया कि दो चीनी विमानों ने फिर से ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया। यह बढ़ती हुई सैन्य गतिविधियाँ ताइवान के लिए एक चेतावनी के रूप में देखी जा रही हैं, क्योंकि यह संकेत देती है कि चीन अपने सैन्य दबाव को और बढ़ा सकता है।
हाल के महीनों में, बीजिंग ने ताइवान के आस-पास की सैन्य गतिविधियों को बढ़ा दिया है। इन गतिविधियों में नियमित हवाई और नौसैनिक घुसपैठ, साथ ही ताइवान के पास सैन्य अभ्यास शामिल हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने यह स्पष्ट किया था कि चीन की ग्रे ज़ोन रणनीति के तहत, चीनी विमानों और जहाजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। यह स्थिति ताइवान के लिए तनावपूर्ण बनी हुई है, खासकर जब से सितंबर 2020 से यह रणनीति अधिक सक्रिय हुई है। चीन ने ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानते हुए उसके खिलाफ सैन्य दबाव बनाए रखा है। ताइवान, जो एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनाए रखता है, इस प्रकार के सैन्य उकसावे के प्रति सतर्क है। MND ने बताया कि वे स्थिति पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं और जरूरत पड़ने पर त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
बता दें कि, ताइवान के आस-पास की इस हालिया सैन्य गतिविधि से यह स्पष्ट होता है कि बीजिंग द्वारा ताइवान पर सैन्य दबाव बनाए रखने की रणनीति जारी है। जैसे-जैसे स्थिति बढ़ती जा रही है, ताइवान को अपनी सुरक्षा के लिए अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता महसूस हो रही है। इस संदर्भ में, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भी नजरें ताइवान की ओर हैं, क्योंकि यह स्थिति एशिया-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता को प्रभावित कर सकती है।
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