Israel : इजरायल ने हालिया सुरक्षा चिंताओं के मद्देनज़र मध्य इजरायल में 1,000 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। यह निर्णय शुक्रवार को लेबनान के बेरूत में इजरायली हवाई हमलों में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद लिया गया।
Highlight :
- इजरायल में 1,000 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध
- प्रतिबंध हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद लागू किया गया
- फुटबॉल मैच बिना दर्शकों के बंद दरवाजों के पीछे आयोजित किए जाएंगे
इजरायल में भीड़ पर प्रतिबंध
इजरायली रक्षा बलों के होम फ्रंट कमांड ने यह स्पष्ट किया कि इन उपायों का उद्देश्य इजरायली नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। आईडीएफ प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, हम इजरायली निवासियों को सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरत रहे हैं। आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण हैं, हमें और भी काम पूरे करने हैं। हगारी ने यह भी कहा कि प्राथमिकता उन लोगों को वापस लाना है, जिन्हें हमास ने गाजा में बंधक बना रखा है और उत्तरी तथा दक्षिणी निवासियों को उनके घरों में सुरक्षित वापस भेजना है।
फुटबॉल मैचों को भी बंद दरवाजों के पीछे आयोजित किया जाएगा
इन कड़े निर्देशों के तहत, इजरायल प्रीमियर लीग के फुटबॉल मैचों को भी बंद दरवाजों के पीछे आयोजित किया जाएगा। शनिवार और रविवार को होने वाले ये मैच अब दर्शकों के बिना होंगे। बता दें कि, गुरुवार की रात से, इजरायली सेना ने लेबनान में हवाई हमले तेज कर दिए हैं। यह सैन्य कार्रवाई 2006 के बाद से सबसे व्यापक है, जिसमें हिजबुल्लाह के मुख्यालय को निशाना बनाया गया। इजरायल ने बेरूत के दक्षिणी उपनगर दहिह में हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर हवाई हमले किए, जिससे नसरल्लाह और उनके कुछ अन्य कमांडर मारे गए।
इजरायल के नागरिकों में चिंता और तनाव बढ़ा
इस स्थिति के बीच, इजरायल के नागरिकों में चिंता और तनाव बढ़ गया है। आईडीएफ द्वारा प्रतिबंधों के लागू होने से पहले ही, लेबनान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ गया था, जो पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय निवासियों ने इस प्रतिबंध को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ का कहना है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम जरूरी है, जबकि अन्य इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर रोक के रूप में देख रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस बढ़ती स्थिति पर चिंता जताई
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस बढ़ती स्थिति पर चिंता जताई है। विश्व स्तर पर शांति और स्थिरता की आवश्यकता के मद्देनज़र, कई देश इस मामले में बातचीत और मध्यस्थता की जरूरत को महसूस कर रहे हैं। जैसे-जैसे स्थिति विकसित होती है, इजरायली सरकार ने सुनिश्चित किया है कि वह नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी। हालांकि, भविष्य की घटनाओं पर सभी की नजरें बनी रहेंगी, खासकर क्षेत्रीय तनाव और उथल-पुथल को देखते हुए।