शनि महाराज की पूजा से दूर होंगी जीवन की विपत्तियां
शनि की पूजा से जीवन में आएगी शांति और समृद्धि
शनि महाराज की पूजा से जीवन की विपत्तियों से मुक्ति मिलती है। शनि की अशुभ स्थिति में व्यक्ति को कोर्ट कचहरी, बीमारी, कर्ज और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शनि की कृपा पाने के लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन, अच्छे आचरण और सकारात्मक सोच का पालन करें। शनि महाराज अनुशासन और न्याय के देवता हैं।
शनि महाराज अति कल्याणकारी ग्रह है। जन्मपत्री में अच्छी स्थिति होने पर मनुष्य, कर्मठ, अनुशासित और भाग्यवान हो कर जीवन में उन्नती करता है। उत्तम व्यक्ति, धार्मिक, परोपकारी और धनवान होता है। जीवन का आनंद लेता है। जन्म के समय खराब शनि हों और शनि की साडेसत्ति या महादशा, अन्तरदशा आ जाऐ तो शनि महाराज विकराल रूप धारण कर, कोर्ट कचहरी, बिमारी, कर्ज, चोट, नुक्सान करा कर वर-दर की ठोकरे देते है। मकान बुकान तक बिक जाता है। घर से बिमारी नहीं निकलती। मनुष्य गलत संगत कर नशा, जुआ, मासाहारी अवैध संबंध से धन दौलत, सेहत, सुख, शान्ति खराब करता है। मान सम्मान खराब होता है और समाज में तृस्कृत होता है। सहयोगी और अपने भी परायो जैसा व्यवहार करते हैं।
शनि की इस अशुभ स्थिति में से व्यक्ति को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। उनके प्रत्येक कार्य में विधन बाधा पैदा होता है। विद्यार्थी हो तो पढ़ाई में मन नहीं लगता अथवा परिश्रम करने पर भी सफलता प्राप्त नहीं होती, वह कुछ चिड़चिड़े और आलसी स्वभाव के हो जाते है और विफलता से मायूस हो जाते है।
आप के अपनो का बिछुड जाना, वायु विकार, त्वचा रोग, घुटनो का दर्द, उच्च या निम्न रक्तचाप आदि रोग एवं दख देकर दुष्ट कर्मा का भुगतान करवाता है शनि के अरिष्टकाल में कोई न कोई झंझट चलता रहता है। शरीर में थकान सी रहती है। पोषक तत्वों की विटामिनों की कमी हो जाती है। आर्थिक संकट एवं घरेलू कलह का भय होता है, आय से खर्च अधिक होने से सानसिक परेशानी होती है।
शनि की कृपा के लिए इन चीजों का रखें खास ध्यान
शनि की इस विकराल दशा में हिम्मत से काम लेना चाहिएं अपने आप को हर वाद विवाद से दूर रखना चाहिए। घर और मन में शन्ति बनाए रखे। वाणी और व्यवहार उत्तम रखें। साकारात्मक बाते करें। अच्छी संगत करें। समय पर शुद्ध शाकाहारी भोजन करे। शराब तंबाकू आदि मादक पदार्थ का सेवन बिलकुल भी नहीं करे। जुआ भूलकर भी नहीं खेलें। बुद्धि और विवेक से काम ले। अच्छे मित्रों की संगत करे। समझदार व्यक्ति और बड़े बुजर्गों का सम्मान करें और उनसे सलाह लेकर ही निर्णय ले। लालच और जल्दबाजी में आकर नुक्सान से बचें, समय का सदउपयोग करें। शनि महाराज न्याय और अनुशासन के देवता है। अगर आपका आचार, विचार, व्यवहार और आहार सात्विक है और आप विनस और मेहनती व्यक्ति है तो आप पर शनि महाराज की आपार कृपा रहेगी और सफलता मिलेगी।
शनि देव की पूजा से मिलते हैं ये लाभ
शनि की पूजा और ये नियम करने से बहुत फायदा होता है, सब कार्य ठीक हो जाते हैं। व्यापार ठीक हो जाता है। मान सम्मान मिलता है। स्वास्थ्य लाभ होता है। धन दौलत बढ़ता हे और घर में शान्ति एवम् सुख समृद्धि आती है।
1. शाम सूर्य अस्त के बाद साबुन लगाकर स्नान कर के साफ कपड़े पहन के जाप करें।
(I) ॐ प्राँ प्रीं प्रौ सः शनिचराये नमः (108 बार)
(II) ॐ नमः शिवाये (108 बार)
2. रोज सवेरे भोजन का हिस्सा कोऐ या कुते को डालें।
3. शुद्ध शाकाहारी, सात्विक ताज़ा भोजन करें। मिर्च मसाला कम खाये।
4. रात का भोजन 7 बजे तक कर लें, जल्दी सोएं।
5. जुआ, शराब, माँस, तंबाकू रहित जीवन जिये।
6. शनिवार को तेल या उड़द दाल या भोजन जरूरतमंद को वान करें।
7. सवेरे एक घंटा व्ययाम करे या पार्क में सैर करें।
8. मीठी वाणी और अच्छा व्यवहार करें, खुश रहें।
9. साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
10. बीमार होने पर डाक्टर डाक्टर या वैद की सलाह तुरन्त लें।
11. अपना राशि रत्न धारण करें।
12. घर के बड़े बजुर्यो को प्रणाम कर रोज आर्शीवाद लें।