क्रिकेट के सभी प्रारूपों से ऋद्धिमान साहा ने लिया संन्यास, रणजी ट्रॉफी होगी आखिरी टूर्नामेंट
भारतीय विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास
इस साल बड़े बड़े खिलाड़ियों ने अलग अलग प्रारूपों से संन्यास लिया है और अब इस लिस्ट में के एक नया नाम और जुड़ चूका है और वो नाम और किसी का नहीं भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा है उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया है भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास लेने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि जारी मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। 40 साल के साहा को टेस्ट में भारत के बेहतरीन विकेटकीपर्स में से एक माना जाता है। उनका करियर काफी बड़ा नहीं रहा, लेकिन अपने कौशल से उन्होंने सभी का दिल जीता। साहा ने रविवार को इसका एलान अपने सोशल मीडिया हैंडल से किया। साहा ने ‘क्रिकेट में शानदार यात्रा’ और बंगाल के लिए इस अंतिम सत्र को यादगार बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।साहा का टेस्ट क्रिकेट में एक छोटा पर शानदार करियर रहा है।
सहा ने भारत के लिए 40 टेस्ट खेले हैं और तीन शतकों की मदद से 29.41 की औसत से 1,353 रन बनाए हैं। एक विकेटकीपर के रूप में अपने असाधारण कौशल के लिए जाने जाने वाले साहा खेल के सबसे लंबे प्रारूप से एमएस धोनी के रिटायरमेंट के बाद भारत के पहली पसंद के कीपर-बल्लेबाज बन गए। वह टेस्ट में एक भारतीय विकेटकीपर द्वारा बनाए गए शतकों के मामले में धोनी और ऋषभ पंत के बाद तीसरे नंबर पर हैं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी आखिरी उपस्थिति 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ थी। कुछ औसत प्रदर्शन के बावजूद साहा को दरकिनार कर दिया गया।
हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के तहत नए प्रबंधन ने केएस भरत को पंत के बैकअप के रूप में लाने का फैसला किया। अपनी जर्नी को याद करते हुए साहा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया, ‘क्रिकेट में एक यादगार यात्रा के बाद, यह रणजी सत्र मेरा आखिरी होगा। मैं एक आखिरी बार बंगाल का प्रतिनिधित्व करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। संन्यास से पहले केवल रणजी ट्रॉफी में खेल रहा हूं। इस अविश्वसनीय यात्रा का हिस्सा बनने वाले सभी लोगों को धन्यवाद। आपके समर्थन मेरे लिए काफी मायने रखता है।’
साहा का रणजी ट्रॉफी में बंगाल की तरफ से खेलना तय है, लेकिन वह अगले साल आईपीएल में नजर नहीं आएंगे। गुजरात टाइटंस ने उन्हें रिटेन नहीं करने का फैसला लिया है। साहा ने भी मेगा नीलामी के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, जो फ्रेंचाइजी क्रिकेट से उनके संन्यास का स्पष्ट संकेत है। साहा आईपीएल 2008 से हर सीजन का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने इस लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स, पंजाब किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद और हाल ही में, गुजरात टाइटन्स का प्रतिनिधित्व किया है। आईपीएल में उन्होंने 170 मैच में 127.57 के स्ट्राइक रेट से 2934 रन बनाए। इसमें एक शतक और 13 अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए नौ वनडे भी खेले हैं, जिसमें 13.67 की औसत के साथ 41 रन बनाए।