
राष्ट्रपति चुनाव से महज दो दिन पहले, विपक्ष की ओर से साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने शनिवार को सभी विधायकों और सांसदों से अपनी अंतरात्मा की आवाज पर मतदान करने की अपील की और एक बार फिर कहा कि यह दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है।
सिन्हा ने अपने ट्विटर हैंडल पर डाले गए वीडियो संदेश में कहा कि संविधान यह व्यवस्था देता है कि मतदान गोपनीय होगा और किसी पार्टी का ‘व्हिप’ लागू नहीं होगा, जिसका अर्थ है कि विधायक और सांसद खुद यह तय कर सकते हैं कि वे किसके पक्ष में मतदान करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “इस बार राष्ट्रपति पद का चुनाव असाधारण परिस्थितियों में हो रहा है। देश के सामने कई मोर्चों पर कई प्रकार की समस्याएं हैं, लेकिन सबसे बड़ी समस्या है कि अपने संविधान को कैसे बचाया जाए।”