इन दो खास योगासनों से आप भी अपने 'फ्लाइट फोबिया' को कर सकते हैं दूर
अगर हम अपनी दिनचर्या में योग को हिस्सा बनाते हैं तो अपने आप से कई बीमारियों को दूर रख पाते हैं। योग के माध्यम से मन, मस्तिष्क से लेकर तनाव भी अपने शरीर से दूर रहता है।
07:20 PM Apr 08, 2020 IST | Desk Team
अगर हम अपनी दिनचर्या में योग को हिस्सा बनाते हैं तो अपने आप से कई बीमारियों को दूर रख पाते हैं। योग के माध्यम से मन, मस्तिष्क से लेकर तनाव भी अपने शरीर से दूर रहता है। कई सारे लोग अधिकतर फ्लाइट से यात्रा करते हैं और उन्हें थोड़ा सा डर कई लोगों को फ्लाइट में यात्रा करते समय होता है। अकसर देखा गया है की फ्लाइट में यात्रा करते दौरान घबराहट होती रहती है।
इन लोगों को कान में दर्द होता है साथ ही वोमेटिंग की समस्या हो जाती है। लोगों को बेचैनी फ्लाइट के टेक ऑफ करने से पहले शुरू हो जाती है। योग प्रशिक्षकों की माने तो लोग अपनी फ्लाइट फोबिआन्को कुछ खास योगासनों से दूर कर सकते हैं। फ्लाइट की यात्रा के दौरान इन योगासनों के अभ्यास से समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
धनुरासन
फ्लाइट कई बार लंबी होती है जिसकी वजह से कमर ज्यादा देर तक झुकने से दर्द होना शुरू हो जाता है। धनुरासन का अभ्यास आप कमर दर्द से बचने के लिए कर सकते हैं। आपकी कमर में लचीलापन इस आसन को करने से हो जाता है।ध्यान रहे की आप अपनी क्षमता के अनुसार ही इस आसन को करें। चलिए आपको इस आसन को करने का तरीका बताते हैं-
धनुरासन
1. धनुरासन करने के लिए आप सबसे पहले मैट बिछाकर पेट बल लेट जाएं।
2. आपके हाथ और पैर इस दौरान एकदम सीधे होने चाहिए और ध्यान रहे कि आपकी चिन जमीन से लगी हो।
3. अब आप अपने दोनों पैरों को घुटने से मोड़ते हुए उठाएं और शरीर का अगला हिस्सा भी थोड़ा उठाएं।
4. ऐसा करते हुए आप अपने हाथों की मदद से दोनों पैरों को पकड़ें।
5. अपनी छाती को जमीन से उठाते समय आप अपने पैरों को भी कमर की ओर खींचे।
6. अपना संतुलन बनाते हुए सामने की ओर देखें।
7. सांस छोड़ते हुए अपने पैर और छाती को धीरे-धीरे जमीन की ओर लाएं।
भुजंगासन
कई लोगों को गैस और एसिडिटी की समस्या फ्लाइट में यात्रा के दौरान हो जाती है। हमारा पेट इस आसन से मजबूत बनता है।
1. सबसे पहले पेट के बल इस आसन को करने के लिए लेट जाएं।
2. कंधे के सीध में अपनी हथेली को रखें और ताने हुए पैरों को रखें।
3. शरीर के अगले भाग को अब सांस लेते हुए ऊपर की तरफ उठाएं। अतिरिक्त खिंचाव इस दौरान कमर पर नहीं होना चाहिए।
4. इसी अवस्था में कुछ देर रहें और फिर सांस छोड़ते हुए पहले की स्थिति में वापस आएं.
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