''आगरा हिंसा के पीछे योगी सेना का हाथ'', अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर लगाया आरोप
अखिलेश यादव का आरोप, आगरा हिंसा में योगी सेना का हाथ
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि आगरा हिंसा के पीछे योगी सेना का हाथ है, जिसे प्रदेश सरकार से फंडिंग मिल रही है। उन्होंने कहा कि सीएम के लोग तलवारें लहराकर पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यकों को डराना चाहते हैं, जैसे हिटलर की सेना लोगों की आवाज बंद करती थी। आगरा में अलर्ट जारी कर दिया गया है, इसके साथ ही यहां फोर्स तैनात कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश में राणा सांगा पर दिए गए बयान के बाद सियासी हलचल तेज है। इस बीच आज शनिवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन से मिलने उनके आवास पहुंचे। इस दौरान सपा चीफ ने कहा कि करनी सेना नहीं यह योगी सेना है, जिसके लिए प्रदेश सरकार की तरफ से फंडिंग की जा रही है। सीएम के लोगों ने जिस तरह से तलवारें लहराई वो पिछड़ा, दलित अल्पसंख्यकों को डराना चाहते हैं। जिस तरह हिटलर सेना रखता था, लोगों की आवाज बंद करने के लिए उसी तरह यह योगी सेना लोगों को डरा रही है।
पीडीए को डराया जा रहा
अखिलेश यादव ने कहा कि जब उन्होंने सांसद सुमन के घर आने का फैसला किया था, तब उन्होंने साफ कर दिया था कि वे धरना देने नहीं जा रहे हैं। वे कोई ताकत नहीं दिखा रहे हैं। उन्हें अपनी पार्टी के नेता के घर जाना है, इसीलिए जा रहे हैं। सपा के राज्यसभा सांसद राजीलाल सुमन के आवास पर करणी सेना द्वारा किए गए हमले को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि यह पीडीए को डराने की कोशिश है। सांसद के आवास पर हमला अचानक नहीं हुआ था। यह हमला एक साजिश के तहत हुआ है। यह एक सुनियोजित चाल है। हमलावरों का इरादा हत्या करना था। दलितों और अल्पसंख्यकों को डराने की पूरी कोशिश की गई।
अखिलेश के दौरे से पहले अलर्ट जारी
बता दें कि अखिलेश के दौरा से पहले किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए हरीपर्वत चौराहे से लेकर स्पीड कलर लैब तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। अगर सपा कार्यकर्ता कोई बवाल करते हैं तो उनसे निपटने की रणनीति भी तैयार की गई है। आगरा में अलर्ट जारी कर दिया गया है, इसके साथ ही यहां फोर्स तैनात कर दी गई है।
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