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खास दिल्ली में पैदा हुए कितने नेताओं को मिली यहां सीएम की कुर्सी, जानकर हैरान हो जाएंगे आप!

दिल्ली की राजनीति में बाहरी प्रदेशों का दबदबा, कितने सीएम दिल्ली के नहीं?

01:42 AM Feb 20, 2025 IST | IANS

दिल्ली की राजनीति में बाहरी प्रदेशों का दबदबा, कितने सीएम दिल्ली के नहीं?

दिल्ली में नई सरकार का गठन हो चुका है और भाजपा की तरफ से इस बार सरकार के नेतृत्व के लिए एक महिला मुख्यमंत्री को कमान सौंपी गई है। दिल्ली को रेखा गुप्ता के रूप में नई सीएम मिल गई है। वह प्रदेश की नौवीं मुख्यमंत्री बनी हैं। इससे पहले दिल्ली की सरकार को तीन और महिला मुख्यमंत्री ने संचालित किया था, जिसमें कांग्रेस की शीला दीक्षित, भाजपा की सुषमा स्वराज और आम आदमी पार्टी (आप) की आतिशी मार्लेना का नाम शामिल है।

1991 में केंद्र-शासित दिल्ली को औपचारिक रूप से दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के तौर पर पहचान मिली और यहां विधान सभा एवं मंत्री-परिषद के गठन का रास्ता साफ हुआ। इसके बाद दिल्ली में पहली बार 1993 में विधान सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की और मदन लाल खुराना ने दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण किया।

दिल्ली के अब तक बने 9 मुख्यमंत्रियों पर ध्यान दें तो आपको साफ पता चलेगा कि दिल्ली के बाहर पैदा हुए, लेकिन राजनीति की शुरुआत दिल्ली से करने वाले नेताओं के सिर पर ही यहां सीएम का ताज सजता रहा है। हालांकि, इसमें एक अपवाद आतिशी मार्लेना हैं। उनका जन्म दिल्ली में हुआ है। लेकिन, उनके माता-पिता भी पंजाबी राजपूत हैं।

ऐसे में एक बार दिल्ली के अब तक बने मुख्यमंत्रियों के नाम पर ध्यान दें तो आपको ज्यादा बेहतर समझ में आएगा कि ऐसा दावा क्यों किया जा रहा है। दरअसल, दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना यहां की मोती नगर सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक बने थे और उनको दिल्ली का पहला मुख्यमंत्री बनाया गया था। जबकि, उनका जन्म 15 अक्टूबर 1936 को ल्याल्लपुर, पंजाब, ब्रिटिश भारत (वर्तमान फैसलाबाद, पंजाब, पाकिस्तान) में हुआ था और विभाजन के समय उनका पूरा परिवार दिल्ली आ गया था।

वहीं, दिल्ली को भाजपा ने दूसरा सीएम साहिब सिंह वर्मा के रूप में दिया, जो शालीमार बाग सीट से जीतकर आए थे, जहां से वर्तमान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता चुनाव जीतकर आई हैं। अब एक बात गौर करने वाली है कि साहिब सिंह का जन्म दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर बसे मुंडका गांव में एक जाट परिवार में 15 मार्च 1943 को हुआ था। इस गांव पर पहले हरियाणा का ही प्रभाव रहा था और आज भी यहां हरियाणवी बोली जाती है।

इसके बाद दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने वाली तीसरी मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज हुईं। जिनका जन्म 14 फरवरी, 1952 को अंबाला छावनी, पंजाब में हुआ था, जो अब हरियाणा में पड़ता है।

इसके बाद दिल्ली की सत्ता कांग्रेस के हाथ में आई और 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित रहीं। जिनका जन्म 31 मार्च 1938 को कपूरथला, पंजाब में हुआ था।

अन्ना आंदोलन से तैयार हुई आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली और वह तीन बार यहां के सीएम बने। हालांकि, 21 सितंबर 2024 को उन्होंने इस पद से त्यागपत्र दे दिया और आम आदमी पार्टी की महिला नेत्री आतिशी मार्लेना को उनकी जगह पर पार्टी के विधायकों ने सीएम पद के लिए चुना। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल का भी जन्म दिल्ली में नहीं हुआ था, बल्कि 16 अगस्त 1968 को वह हिसार, हरियाणा में पैदा हुए थे।

दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना के बारे में यह कहा जा सकता है कि वह दिल्ली में पैदा हुई थीं, लेकिन उनके पिता-माता प्रोफेसर विजय सिंह और तृप्ता वाही भी पंजाबी राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते हैं। आतिशी ने 2019 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया था कि वह पंजाबी राजपूत हैं। उन्होंने कहा था, “मैं पंजाबी हिंदू परिवार से हूं। मैं क्षत्रिय हूं। मेरा लास्ट नेम (सरनेम) सिंह है।”

दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का भी जन्म दिल्ली में नहीं हुआ है। 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जुलाना में एक हिंदू-वैश्य परिवार में उनका जन्म हुआ। ऐसे में दिल्ली की राजनीति में आए राजनेताओं का यहां के आसपास के प्रदेशों में पैदा होना यह बताता है कि कैसे इन प्रदेशों का यहां की राजनीति पर दबदबा रहा है।

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