Yusuf Pathan ने संसदीय टीम के साथ जाने से किया इनकार, अभिषेक बनर्जी ने बताया कारण
यूसुफ पठान का संसदीय टीम से दूरी, अभिषेक ने खोला राज
टीएमसी के सांसद यूसुफ पठान ने पाकिस्तान के आतंकवाद को उजागर करने के लिए बनाए गए प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने से इनकार कर दिया। अभिषेक बनर्जी ने स्पष्ट किया कि पार्टी आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार का समर्थन करती है, लेकिन प्रतिनिधिमंडल में कौन शामिल होगा, यह निर्णय पार्टी करेगी, भाजपा नहीं।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकवाद का चेहरा दुनिया के सामने लाने की ठानी है। पहले तो भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह किया और अब पाकिस्तान की एक एक करतूत को दुनिया के सामने लाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल बनाया गया है। इस प्रतिनिधिमंडल में सभी राजनीतिक पार्टियों के सांसदों को हिस्सा बनाया गया है। इस प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसूफ पठान को भी शामिल किया गया था, लेकिन अब उन्होंने इसका हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है। यह प्रतिनिधिमंडल पूरे विश्व के सामने पाकिस्तान के आतंकवाद को बनकाब करेगा। टीएमसी ने इस फैसले का कारण भी बताया है।
केंद्र सरकार ही ले पूरी जिम्मेदारी
तृणमूल कांग्रेस ने कहा, हम मानते हैं कि देश सबसे पहले है और केंद्र सरकार को देश की रक्षा के लिए आवश्यक किसी भी कार्रवाई करने के लिए अपना पूरा समर्थन दिया है। हमारे सशस्त्र बलों ने देश को गौरवान्वित किया है। और उनके प्रति हमेशा ऋणि रहेंगे। विदेश नीति पूरी तरह से केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में है। इसलिए केवल केंद्र सरकार को ही हमारी विदेश नीति तय करने और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी लेने देना चाहिए।

‘पार्टी तय करेगी कि कौन प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनेगा’
वहीं टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा, हम आपको साफ तौर पर बता रहे हैं कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब किया जाना चाहिए, लेकिन मेरी पार्टी से कौन जाएगा और विपक्षी पार्टी से कौन जाएगा, यह पार्टी तय करेगी। यह भाजपा तय नहीं करेगी।
प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दिया था। इसमें पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था। पाकिस्तान ने इसके जवाब में आक्रामक रवैया अपनाया और कई शहरों पर हमला करने की कोशिश की, हालांकि भारत ने हर हमले को नाकाम कर दिया। अब भारत दुनिया भर में प्रतिनिधिमंडल भेजने की तैयारी कर रहा है। इससे दुनिया को पाकिस्तान की सच्चाई पता चलेगी। इसका प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व शशि थरूर, संजय झा समेत 7 नेता करेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत का बड़ा कदम: 59 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेश दौरे पर जाएगा

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