जेलेंस्की ने ट्रक भरकर भेजे थे FPV ड्रोन, जानें कैसे यूक्रेन ने रूस में मचाई तबाही
यूक्रेन ने 40 रूसी विमानों को ड्रोन से किया तबाह
यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया, जिसमें FPV ड्रोन का इस्तेमाल कर 40 से अधिक रूसी लड़ाकू विमानों को तबाह कर दिया। यह हमले 4000 किलोमीटर अंदर तक घुसकर किए गए, जो रूस के एयर डिफेंस को चकमा देने में सफल रहे। राष्ट्रपति जेलेंस्की के नेतृत्व में डेढ़ साल पहले बनाई गई इस योजना ने रूस को भारी नुकसान पहुंचाया।
रूस यूक्रेन युद्ध ने नया मोड़ ले लिया है। यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। बता दें कि यूक्रेन ने रूस के एयरबेस को निशाना बनाया और 40 बम बरसाने वाले लड़ाकू विमानों को तबाह कर दिया है। यह हमला अन्य यूक्रेनी हमलों जैसा बिल्कुल नहीं था, बल्कि इस बार यूक्रन ने रूस के 4000 किलोमीटर अंदर घुसकर तबाही मचाई है। इस हमले में यूक्रेन ने तकनीक द्वारा मोबाइल ड्रोन का इस्तेमाल किया है। इस सफल हमले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने रूस में विशेष रूप से सैन्य लक्ष्यों पर लक्षित एक शानदार ऑपरेशन को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन से रूस को काफी नुकसान हुआ है। आइए आपको बताते हैं कि यूक्रेन ने कैसे इस बड़े हमले को हमले को अंजाम दिया।
1.5 साल पहले बन चुका था प्लान
इस ऑपरेशन की योजना यूक्रेन ने करीब डेढ़ साल पहले बनाई थी और इसे खुद राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की निगरानी में अंजाम दिया गया था। इस हमले में FPV (First Person view) ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था, जिसे आमतौर पर ऑपरेटर रिमोट कंट्रोल से उड़ाता है। ड्रोन को कंटेनर में छिपाकर खास ट्रकों में रखा गया था। यूक्रेन ने इन ड्रोन को कंटेनर में छिपाकर ट्रकों के ज़रिए रूस के अंदर तक पहुंचाया।
इस तरह किया गया सटीक हमला
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रक का ड्राइवर कंटेनर को रूसी एयरबेस के करीब ले आया। जब पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ की तो उसने बस इतना कहा कि मुझे बुलाया गया था, कोई मुझसे मिलने आने वाला है। इस बीच एक के बाद एक FPV ड्रोन ट्रक के ट्रेलर से उड़े और एयरबेस की तरफ बढ़ते रहे। इस तरीके ने रूस की एयर डिफेंस को चकमा दे दिया क्योंकि ड्रोन बहुत करीब से लॉन्च किए गए थे और उन्हें जवाब देने का समय नहीं था।
40 से ज़्यादा एयरक्राफ्ट नष्ट किए
यूक्रेनी सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, इस हमले में कम से कम 41 रूसी सैन्य विमान क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिन विमानों को निशाना बनाया गया उनमें टीयू-95 और टीयू-22एम3 जैसे बड़े भारी बमवर्षक विमान शामिल थे। यह हमला इरकुत्स्क के बेलाया एयरबेस और मरमंस्क के ओलेनी एयरबेस जैसे ठिकानों पर हुआ, जो यूक्रेन से करीब 4000 किलोमीटर दूर हैं। यह पहली बार है कि यूक्रेन का कोई ड्रोन रूस के इतने अंदर तक देखा गया है।
यूक्रेन का रूस पर सबसे बड़ा हमला, 117 ड्रोन से अटैक, 40 लड़ाकू विमान तबाह