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US Tariff से एशिया-प्रशांत अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव

टैरिफ ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को हिलाया, मंदी की आशंका

02:30 AM May 02, 2025 IST | IANS

टैरिफ ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को हिलाया, मंदी की आशंका

एसएंडपी ग्लोबल की रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा गया कि अमेरिकी ट्रेड पॉलिसी में बड़े बदलाव का दुनिया के सभी रीजन की विकास दर पर नकारात्मक असर होगा।

रिपोर्ट में बताया गया कि 2025-26 में भारत और जापान की विकास 0.2 प्रतिशत से लेकर 0.4 प्रतिशत तक कम हो सकती है। वहीं, चीन की विकास दर में 0.7 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है।

उभरते बाजारों (ईएम) में मलेशिया, वियतनाम, थाईलैंड और सिंगापुर जैसी अधिक खुली एशिया-प्रशांत अर्थव्यवस्थाओं की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि में सबसे बड़ी गिरावट देखी जा सकती है, जो कि 0.5-1.0 प्रतिशत के बीच हो सकती है।

रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिका के इन फैसलों से उनकी अर्थव्यवस्था में भी 2025-26 के दौरान 0.60 प्रतिशत की कमी आ सकती है। वहीं, कनाडा और मैक्सिको की जीडीपी में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।

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एसएंडपी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोजोन जीडीपी ग्रोथ में अगले दो साल में 0.2 प्रतिशत की कमी आ सकती है। जर्मनी की अर्थव्यवस्था के विकास में भी गिरावट देखने को मिल सकती है।

अप्रैल की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दुनिया के कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया गया था। हालांकि, फिलहाल इन टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोक दिया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया, “अमेरिकी व्यापार नीति में आए एक बड़े और अनिश्चित बदलाव ने बाजारों को हिलाकर रख दिया है और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका को बढ़ा दिया है। परिणामस्वरूप, हमने अपने मैक्रो व्यू को अपडेट किया है।”

एसएंडपी के द्वारा टैरिफ से अमेरिका में महंगाई को लेकर चिंता जताई गई है और कहा कि हम ग्रोथ में धीमापन देख रहे हैं। हालांकि, अमेरिका में मंदी का कोई खतरा नहीं है।

रिपोर्ट के अनुसार, टैरिफ से अनिश्चितता बढ़ी है। अर्थव्यवस्था के साथ आपूर्ति श्रृंखला और क्रेडिट स्थिति पर भी असर पड़ा है।

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