फर्जी पुलिस बनकर वीडियो कॉल पर डिजिटल अरेस्ट, सेवानिवृत्त अधिकारी से ठग लिए 77 लाख रुपए
फर्जी पुलिस के जाल में फंसा अधिकारी, लाखों की ठगी
फरीदाबाद में साइबर ठगों ने एक रिटायर्ड अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर 77 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने वीडियो कॉल पर खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और पीड़ित को डराकर पैसे ट्रांसफर करवाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फरीदाबाद में साइबर ठगों ने एक चौंकाने वाला अपराध करते हुए दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड उच्च अधिकारी को ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर 77 लाख रुपए ठग लिए। पीड़ित राजेंद्र शर्मा के अनुसार, उन्हें अज्ञात नंबर से कॉल और मैसेज प्राप्त हुए, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। वीडियो कॉल पर आरोपी पुलिस की वर्दी में थे और थाने जैसे बैकग्राउंड में नजर आ रहे थे, जिससे पूरा घटनाक्रम असली लग रहा था। आरोपियों ने झूठा दावा किया कि जेट एयरवेज के मालिक से हुई ठगी की रकम उनके आधार कार्ड से खुले खाते में ट्रांसफर हुई है। डर और दबाव में आकर पीड़ित ने दो किश्तों में कुल 77 लाख रुपये ठगों द्वारा बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए। अब साइबर क्राइम थाना एनआईटी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ठगों ने पुलिस बनकर बनाया शिकार
पीड़ित को वीडियो कॉल कर खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। कॉल पर आरोपी पुलिस वर्दी में थे और थाने जैसा माहौल बनाया गया था। आरोपियों ने कहा कि जेट एयरवेज के मालिक के साथ हुई ठगी की रकम पीड़ित के खाते में ट्रांसफर हुई है। मामले से नाम हटवाने के नाम पर पैसों की मांग की गई।
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अलग कमरे में बैठकर कॉल करने को कहा
राजेंद्र शर्मा को ठगों ने डराकर एकांत कमरे में बैठने को कहा। लगातार मानसिक दबाव बनाते हुए दो ट्रांजैक्शन—30 लाख और 47 लाख—करवा लिए। रकम ट्रांसफर करने के बाद जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ, तब उन्होंने साइबर क्राइम थाना एनआईटी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। जिन खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ, उनकी जानकारी जुटाई जा रही है।