तहव्वुर राणा की न्यायिक हिरासत बढ़ी, कोर्ट ने तिहाड़ से मांगी स्वास्थ्य पर रिपोर्ट
तिहाड़ जेल में बंद तहव्वुर राणा की स्वास्थ्य जांच की मांग
पटियाला हाउस कोर्ट ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के कथित मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा की न्यायिक हिरासत 9 जुलाई 2025 तक बढ़ा दी है। सुरक्षा कारणों के चलते राणा को वर्चुअल मोड के माध्यम से कोर्ट में पेश किया गया।
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के कथित मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा की न्यायिक हिरासत 9 जुलाई 2025 तक बढ़ा दी है। सुरक्षा कारणों के चलते राणा को वर्चुअल मोड के माध्यम से कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के दौरान राणा ने कान से जुड़ी स्वास्थ्य समस्या का हवाला देते हुए श्रवण यंत्र की मांग की। राणा की ओर से पैरवी कर रहे कानूनी सहायता वकील पीयूष सचदेवा ने कोर्ट को बताया कि हिरासत के दौरान राणा के स्वास्थ्य की उपेक्षा हो रही है। इस पर एडिशनल सेशन जज (NIA) चंदर जीत सिंह ने तिहाड़ जेल प्रशासन को 9 जून तक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया। इसके साथ ही कोर्ट ने राणा की उस याचिका पर भी 9 जून को सुनवाई निर्धारित की है, जिसमें उसने अपने परिवार के साथ संवाद की अनुमति मांगी है।
आवाज और लिखावट के नमूने कोर्ट को सौंपे
हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तहव्वुर राणा से आवाज और लिखावट के नमूने लिए। उसने अल्फाबेट और संख्याएं लिखकर अदालत के निर्देशों का पूरी तरह पालन किया। इससे पहले कोर्ट ने NIA को इन नमूनों को एकत्र करने की अनुमति दी थी, ताकि हमले की जांच को आगे बढ़ाया जा सके।
NIA का आरोप: सहयोग नहीं कर रहा राणा
NIA के अनुसार राणा को 26/11 हमलों से जुड़ी ठोस रिकॉर्डिंग और सबूतों के साथ सामना कराया गया। एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया कि राणा पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहा है और टालमटोल कर रहा है। जांच को पूर्ण करने के लिए एजेंसी ने उसकी अतिरिक्त हिरासत की मांग की थी। सरकारी पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और विशेष लोक अभियोजक नरेंद्र मान ने NIA का प्रतिनिधित्व किया, जबकि बचाव पक्ष की ओर से पीयूष सचदेवा ने राणा की रिमांड का विरोध किया।
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प्रत्यर्पण के बाद राणा से पूछताछ जारी
64 वर्षीय पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा को इस महीने की शुरुआत में अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया। प्रत्यर्पण के बाद उसे नई दिल्ली में NIA की हिरासत में रखा गया, जहां एजेंसी उसकी 26/11 हमलों में संलिप्तता और सहयोगियों के साथ संबंधों की जांच कर रही है।