पहली बार 1 लाख पार पहुंचा सोना, जानें क्यों हो रही है कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी
सोने की कीमत में ऐतिहासिक उछाल, जानें कारण
भारत में सोने की कीमतें पहली बार 10 ग्राम के लिए ₹1 लाख को पार कर गई हैं। मुंबई बुलियन मार्केट में 24 कैरेट सोना ₹1,00,000 और 22 कैरेट ₹91,600 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। इसकी सबसे बड़ी वजह अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा फेडरल रिजर्व को बदलने की योजना और डॉलर की गिरावट मानी जा रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें $3400 प्रति औंस से भी ऊपर पहुंच गई हैं। डॉलर कमजोर होने से विदेशी निवेशकों के लिए सोना सस्ता हुआ है, जिससे मांग में इजाफा देखा गया है।
अंतरराष्ट्रीय हालात और ट्रंप की नीति का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा फेडरल रिजर्व प्रमुख जेरोम पॉवेल की आलोचना और ब्याज दरें ना घटाने पर नाराज़गी से बाजारों में हलचल मच गई है। ट्रंप की बयानबाजी ने फेड की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे डॉलर तीन साल के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है, और निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख किया है। रूस-यूक्रेन संघर्ष, चीन के साथ तनाव और वैश्विक मुद्रास्फीति की चिंता ने भी सोने को मज़बूत सहारा दिया है।
भारत में क्यों खास है सोना?
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोना उपभोग करने वाला देश है। 2024 में भारत में 802.8 टन सोने की मांग दर्ज हुई, जबकि 2023 में यह 761 टन थी। भारत में सोने को सांस्कृतिक रूप से भी बहुत महत्व दिया जाता है। शादी-ब्याह, त्यौहार या आर्थिक जरूरतों में लोग जेवर गिरवी रखकर कर्ज लेते हैं। अब डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और फिनटेक एप्स की मदद से गांवों तक भी गोल्ड लोन आसान हो गया है, जिससे इसकी लोकप्रियता बढ़ी है।
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महंगाई और अनिश्चितता में सोना सबसे भरोसेमंद
जब आर्थिक संकट या मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो लोग सोने को सबसे सुरक्षित संपत्ति मानते हैं। यही वजह है कि जैसे-जैसे महंगाई और डॉलर में गिरावट आती है, वैसे-वैसे सोने की चमक बढ़ती जाती है। आने वाले दिनों में भी इसकी कीमतें ऊंची बनी रह सकती हैं।