पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों में कल शाम होगी मॉक ड्रिल
सीमा पर मॉक ड्रिल से सुरक्षा को मजबूती
पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों में कल शाम सुरक्षा बलों द्वारा मॉक ड्रिल आयोजित होगी। गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू कश्मीर के कई जिलों में यह अभ्यास किया जाएगा। इसका उद्देश्य संभावित खतरे को टालना और लोगों को युद्ध जैसी स्थिति में सुरक्षित रहने के तरीके सिखाना है।
कल शाम पाकिस्तान सीमा से सटे सभी भारतीय राज्यों में सुरक्षा बलों द्वारा मॉक ड्रिल का आयोजन करवाया जाएगा। गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू कश्मीर के कई जिलों और गांवों में मॉक ड्रिल करवाई जाएगी। मॉक ड्रिल के जरिए सरकार सीमा से लगे राज्यों में किसी भी संभावित खतरे को टालने की कोशिश करेगी। लोगों में मॉक ड्रिल के जरिए युद्ध जैसी स्थिति में सुरक्षित रहने के तरिके बतए जाएंगे। यह मॉक ड्रिल ऐसे समय पर हो रही है जब कुछ हफ्ते पहले ही भारत ने 6 और 7 मई की दरम्यानी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। ऑपरेशन सिंदूर को अब तक का सबसे निर्णायक और साहसिक जवाब माना जा रहा है।
ऑपरेशन अभ्यास के बाद आया यह नया मॉक ड्रिल
यह सिविल डिफेंस ड्रिल गृह मंत्रालय द्वारा 7 मई को देशभर में कराए गए ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के कुछ हफ्तों बाद किया जा रहा है। उस वक्त यह मॉक ड्रिल भारत की तैयारियों का परीक्षण करने के लिए था और इसके कुछ ही घंटे बाद ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था। अब सीमावर्ती राज्यों में यह विशेष मॉक ड्रिल अतिरिक्त एहतियात के तौर पर किया जा रहा है।
सुरक्षा तंत्र की जांच और नागरिक तैयारी
इस ड्रिल के जरिए न सिर्फ स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया क्षमता को परखा जाएगा, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को भी आपात स्थिति में क्या करना है, इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। रिहर्सल के दौरान हवाई हमले, बम धमाके, रासायनिक या जैविक हमलों जैसे परिदृश्यों को ध्यान में रखते हुए अभ्यास किया जाएगा।
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तनावपूर्ण हालात में सावधानी जरूरी
पाकिस्तान से बढ़ते सैन्य और आतंकवादी खतरे के मद्देनज़र भारत सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है। मॉक ड्रिल का यह फैसला भारत की सुरक्षा रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमाओं पर तनाव की स्थिति बनी हुई है, ऐसे में नागरिकों और प्रशासन को हर परिस्थिति के लिए तैयार रखना जरूरी हो गया है।