लंपी वीरियस को लेकर अलर्ट पर राजस्थान, सीएम गहलोत ने रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबन्ध करने के दिए निर्देश
लंपी वायरस पुरे देश में परेशानी का कारण बनता जा रहा है। जानवरों इस वायरस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गोवंश में फैली लम्पी स्किन बीमारी की रोकथाम के लिए सभी जिला कलक्टर्स को बिना टेंडर दवाईयां खरीदने एवं युद्धस्तर पर इस महामारी के उपचार एवं रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबन्ध करने के निर्देश दिए हैं।
06:07 PM Aug 14, 2022 IST | Desk Team
लंपी वायरस पुरे देश में परेशानी का कारण बनता जा रहा है। जानवरों इस वायरस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गोवंश में फैली लम्पी स्किन बीमारी की रोकथाम के लिए सभी जिला कलक्टर्स को बिना टेंडर दवाईयां खरीदने एवं युद्धस्तर पर इस महामारी के उपचार एवं रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबन्ध करने के निर्देश दिए हैं।
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मुख्यमंत्री ने वायरस को लेकर जताई चिंता
अशोक गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी प्रभारी मंत्री एवं जिला कलक्टर्स के साथ लम्पी स्किन रोग की रोकथाम को लेकर आज समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ पशुओं में फैल रहे इस रोग पर नियंत्रण पाने के लिए कार्य कर रही है। कई जिलों में स्थिति सामान्य भी हो रही है। कोरोनाकाल के दौरान राज्य सरकार का जो प्रभावी प्रबंधन रहा वैसा ही आज की परिस्थितियों में जनता, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों के समन्वय से संभव हो पाया है। सरकार दवाईयों, चिकित्सकों, एंबुलेंस सहित अन्य आवश्यकताओं के लिए धन की कमी नहीं आने दे रही है। राज्य सरकार हर पशुपालक के साथ खड़ है और सभी के सहयोग से इस संक्रमण से जल्द निजात पा सकेंगे।
गौशालाओं के लिए अनुदान की अवधि बढ़ाई
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मुख्यमंत्री ने गौवंश को हमारा सम्मान, इसका संरक्षण और संवर्धन राज्य सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा गौशालाओं के लिए अनुदान की अवधि को छह महीने से बढ़कर नौ महीना कर दिया गया है। गोपालन विभाग बनाकर गौवंश संवर्धन के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने 15 अगस्त को राज्य के सभी जिला प्रमुख, प्रधान, सरपंच, वार्डपंच, पशुपालक, पंचायती राज, नगर परिषद, नगर पालिका के सदस्य, गौशाला प्रबंधक व अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से अहम बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए।
राज्य सरकार की अपील
गहलोत ने कहा कि संक्रमित पशुओं के उपचार में जुटे चिकित्सकों, वेटेनरी स्टाफ और विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की सजगता और सतर्कता से संक्रमण और मृत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह कोरोना काल में विधायकों द्वारा अपने एमएलए फंड से सहायता राशि दी गई, उसी तरह अब भी जारी की गई है। राज्य सरकार की अपील पर बड़ संख्या मे भामाशाह एवं स्वंयसेवी संगठन सहयोग के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि रोकथाम के लिए विधायक, महापौर, जिला प्रमुख, प्रधान, सरंपचों सहित सभी जनप्रतिनिधिगण अपने क्षेत्रों में दौरा कर पशुपालकों को जागरूक कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यत: प्रभावित जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर, बाडमेर, सिरोही, जालौर तथा जोधपुर में संक्रमण एवं मृत्यु दर में कमी आई है। साथ ही जयपुर, अजमेर, सीकर, झुंझंनूं एवं उदयपुर में स्थिति पर निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। भैंसों में भी संक्रमण फैलने की आशंका के मद्देनजर कड़ निगरानी रखी जा रही है।
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