संसद रत्न अवॉर्ड 2025: सुप्रिया सुले और श्रीरंग बारणे समेत देशभर से 17 सांसदों को किया गया नामित
सुप्रिया सुले और श्रीरंग बारणे को संसद रत्न नामांकन
संसद रत्न अवॉर्ड 2025 के लिए 17 सांसदों को नामित किया गया है, जिनमें से 7 महाराष्ट्र से हैं। सुप्रिया सुले और श्रीरंग बारणे समेत इन सांसदों का चयन उनकी उत्कृष्ट संसदीय कार्यक्षमता के लिए किया गया है। इस साल महिला सांसदों का विशेष योगदान रहा है, जिसमें स्मिता उदय वाघ को समग्र प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाएगा।
संसदीय कार्यक्षमता को मान्यता देने वाले प्रतिष्ठित संसद रत्न अवॉर्ड 2025 के लिए देशभर से 17 सांसदों को नामित किया गया है, जिनमें से 7 सांसद महाराष्ट्र से हैं। यह पुरस्कार लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सांसदों को दिया जाता है। महाराष्ट्र से नामित सांसदों में सुप्रिया सुले (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी – शरद पवार), श्रीरंग बारणे (मावल), मेधा कुलकर्णी (राज्यसभा), वर्षा गायकवाड़ (कांग्रेस), स्मिता उदय वाघ (भाजपा), अरविंद सावंत (शिवसेना उद्धव गुट) और नरेश म्हास्के (शिवसेना) शामिल हैं। इस वर्ष दो संसदीय समितियों को भी अवॉर्ड के लिए चुना गया है। संसद रत्न पुरस्कारों की शुरुआत 2010 में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सुझाव पर हुई थी और उन्होंने ही पहले अवॉर्ड समारोह का उद्घाटन किया था। इस साल सबसे ज्यादा 7 सांसद महाराष्ट्र से नामित हुए हैं। खास बात यह भी है कि इस बार जितनी भी महिला सांसदों को अवॉर्ड के लिए चुना गया है, वे सभी महाराष्ट्र से हैं। पहली बार एक महिला सांसद, स्मिता उदय वाघ को देशभर में समग्र प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाएगा।
विशेष सम्मान पाने वाले सांसद
चार सांसदों को ‘संसदीय लोकतंत्र में उत्कृष्ट और निरंतर योगदान’ के लिए विशेष पुरस्कार दिया जाएगा। इनमें सुप्रिया सुले, श्रीरंग बारणे, भर्तृहरि महताब (भाजपा, ओडिशा) और एन. के. प्रेमचंद्रन (आरएसपी, केरल) शामिल हैं। ये सभी सांसद 16वीं और 17वीं लोकसभा में भी टॉप परफॉर्मर रहे हैं।
अन्य राज्यों से नामित सांसद
उत्तर प्रदेश से रवि किशन और प्रवीण पटेल, झारखंड से डॉ. निशिकांत दुबे और बिद्युत बरन महतो, राजस्थान से पी.पी. चौधरी और मदन राठौर, तमिलनाडु से सी. एन. अन्नादुरई, असम से दिलीप सैकिया, और केरल से एन.के. प्रेमचंद्रन को पुरस्कार मिलेगा। इस बार दो संसदीय समितियों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए नामित किया गया है—वित्त पर स्थायी समिति (चेयरमैन: भर्तृहरि महताब) और कृषि पर स्थायी समिति (चेयरमैन: डॉ. चरणजीत सिंह चन्नी)।
नामांकन की प्रक्रिया और मूल्यांकन
यह पुरस्कार प्राइम पॉइंट फाउंडेशन और ईमैगजीन प्रीसेंस द्वारा दिए जाते हैं। नामांकन की प्रक्रिया जूरी समिति द्वारा की जाती है, जिसकी अध्यक्षता हंसराज गंगाराम अहीर करते हैं। प्रदर्शन का मूल्यांकन लोकसभा व राज्यसभा सचिवालयों और पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर किया जाता है, जिनमें बहस, निजी विधेयक और पूछे गए प्रश्नों की संख्या शामिल होती है।
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समारोह कब और कहां होगा?
15वां संसद रत्न अवॉर्ड समारोह जुलाई के आखिरी सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। आयोजकों ने कहा है कि वे भारत की संसदीय प्रणाली को सबसे बेहतर शासन प्रणाली मानते हैं और यह पुरस्कार उसी विश्वास को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।