हल्दी वाला दूध पीने से पहले जरूर जान लें ये नुकसान
हल्दी के दूध के केवल फायदे नहीं कुछ नुकसान भी हैं, चलिए जानते हैं।
1. औषधीय गुण:
हल्दी बच्चों के फेफड़ों के क्षेत्र में सूजन को कम करने में मदद कर सकती है
2. प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन:
हल्दी प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करती है, बच्चों के शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करती है।
3. एंटीवायरल एक्शन:
हल्दी के एंटीवायरल गुण वायरल संक्रमण की रोकथाम और कमी में सहायता करते हैं जो अक्सर सर्दी का कारण बनते हैं।
4. श्वसन स्वास्थ्य में सुधार:
हल्दी के सूजनरोधी और रोगाणुरोधी गुणों से श्वसन स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, जिससे बच्चों में सर्दी के लक्षणों की गंभीरता कम हो सकती है।
अब जानते हैं कुछ साइड इफेक्ट्स के बारे में
1. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएँ:
कुछ लोगों को पेट फूलना, गैस या पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं, खासकर अगर वे बहुत ज़्यादा हल्दी या हल्दी वाला दूध खाते हैं।
2. एलर्जी से होने वाली प्रतिक्रियाएँ:
हालाँकि यह आम नहीं है, लेकिन हल्दी से एलर्जी हो सकती है। खुजली, सूजन, एलर्जी और साँस लेने में कठिनाई सभी संभावित लक्षण हैं।
3. दवाइयों का परस्पर प्रभाव:
वॉरफेरिन जैसी रक्त पतला करने वाली दवाएँ और एंटीप्लेटलेट दवाएँ हल्दी के साथ परस्पर प्रभाव डाल सकती हैं।
4. पित्ताशय की समस्याएँ:
हल्दी पित्ताशय की समस्याओं को बढ़ा सकती है, खासकर पित्त पथरी या पित्त नली की रुकावट वाले व्यक्तियों में।
6. सर्जरी पर प्रभाव:
हल्दी में रक्त के थक्के को रोकने की क्षमता सर्जरी के दौरान और बाद में रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकती है।