editorial
मुद्दा समान नागरिक संहिता का !
<p>सुप्रीम कोर्ट द्वारा समान नागरिक संहिता को लेकर की गई टिप्पणी के बाद देश में एक बार फिर इसे लेकर बहस छिड़ गई है। फिलहाल देश के हर धर्म के लोग शादी, तलाक और जमीन-जायदाद जैसे मामलों का निपटारा अपने-अपने पर्सनल लॉ के मुताबिक करते हैं।</p>05:06 AM Sep 18, 2019 IST