editorial
सैनिक भर्तीः सेना का ही हक
<p>भारतीय सेना के तीनों अंगों में भर्ती की नई प्रणाली ‘अग्निपथ’ को लेकर देश में जो राजनैतिक कोहराम व सड़कों पर तोड़फोड़ का वातावरण बना हुआ है वह पूरी तरह सेना को मिले ‘पवित्र वैधानिक अधिकार’ के विरुद्ध है परन्तु आश्चर्य की बात यह है कि संसद में बैठ कर विधान बनाने वाले राजनीतिक दलों के नेता ही इस तथ्य से अनभिज्ञ जान पड़ते हैं।</p>01:31 AM Jun 20, 2022 IST