editorial
हर नागरिक अपने कर्त्तव्य को पहचाने
<p>प्रकृति और मनुष्य दोनों को अंधेरा और उजाला चाहिए। इसलिए मनुष्य जो कि चेतना का सर्वोच्च संवाहक और वितरक है, नश्वर होते हुए भी हर समय सुख चाहता है, वह उत्सव मनाना चाहता है। भारतीय सुबह उठते ही श्रीराम के नाम का स्मरण करते हैं।</p>02:16 AM Apr 10, 2020 IST