पांच मौके गंवाने की बात पचाना मुश्किल : कोहली
विराट कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘विकेट पूरे समय अच्छा था, लेकिन पिछले दोनों मैचों में ओस के कारण परेशानी हुई। लेकिन यह कोई बहाना नहीं है।
मोहाली : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने हार के बाद कहा कि मैच में स्टंप करने के मौके अहम होते हैं और मैदान पर खराब क्षेत्ररक्षण के कारण अंतिम कुछ ओवर में पांच मौके गंवाने की बात पचाना मुश्किल है। विराट कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘विकेट पूरे समय अच्छा था, लेकिन पिछले दोनों मैचों में ओस के कारण परेशानी हुई। लेकिन यह कोई बहाना नहीं है।
अंतिम कुछ ओवरों में पांच मौके गंवाने की बात पचाना मुश्किल है। मौके चूकने के बारे में कोहली ने कहा, ‘‘स्टंपिंग का मौके अहम होते हैं, हम मैदान पर थोड़े ढीले थे। डीआरएस पर फैसला हैरानी भरा था, इसमें जरा भी निरंतरता नहीं थी। यह अब हर मैच में चर्चा का विषय बन गया है। यह परेशानी भरा बन सकता है, हमें अपना सर्वश्रेष्ठ करना होगा। हमने इस आस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ दो हैरानी भरे मैच खेले। इससे निश्चित रूप से दुख होगा।’’
ओस की भूमिका पर उन्होंने कहा, ‘‘पिछले मैच में हमें बताया गया था कि इस पर ओस होगी। उनकी टीम काफी बेहतर खेली, यह स्वीकार करना होगा। उन्होंने सही जगह हिट किया और अपनी रणनीति का बेहतर कार्यान्वयन किया। हम पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे, इसमें कोई संदेह नहीं था।’’ वहीं आस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान आरोन फिंच ने कहा, ‘‘उस्मान और हैंड्सकोंब के बीच भागीदारी अहम रही। पीटर (हैंड्सकोंब) के लिये पहला शतक जड़ना शानदार रहा। मुझे लगता है कि हमने आस्ट्रेलिया में 300 रन के लक्ष्य का पीछा किया था, हमने यहां भी यही प्रक्रिया अपनाने की कोशिश की।
इसमें कोई असंमजस नहीं था, हम जानते थे कि हम इसे प्रति ओवर 10-12 होने पर भी हासिल कर सकते थे।’’ फिंच ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह खिलाड़ियों के मौके को हासिल करने के बारे में था। एशटन अपना दूसरा मैच खेल रहे थे और इस तरह की पारी खेलना शानदार है। पीटर अपना 16वां या 17वां मैच खेल रहा है। उस्मान भी वापसी कर रहा है।
इन खिलाड़ियों द्वारा मौके का फायदा उठाना शानदार रहा। एशटन ने ऐसा बीबीएल में भी किया है।’’ आस्ट्रेलियाई पारी के शतकवीर पीटर हैंड्सकोंब ने कहा, ‘‘यह शानदार अहसास है। मेरी भूमिका इसे जहां तक संभव हो, अंत तक ले जाने की कोशिश करने की थी जो काफी विशेष थी। उज्जी (उस्मान ख्वाजा) और मैं ज्यादा बात नहीं करते हैं। हम एक दूसरे को अपना खेल खेलने देते हैं।