राजस्थान में 50 सीटों पर महिलाओं ने तय की BJP की जीत, संपूर्ण योजनाओं के बाद भी हाथ मलती रह गई कांग्रेस
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों में महिलाओं भागीदारी काफी अहम रही। राज्य में महिलाओं की 48% आबादी ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ फैसला सुनाया है। राज्यस्थान के 88 सीटों पर महिला मतदाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक है, इनमें से 50 पर बीजेपी ने परचम लहराया। जबकि कांग्रेस मुश्किल से 30 सीटें जीत पाई है, और अन्य स्वतंत्र उम्मीदवारों और छोटे दलों ने उनमें से 8 सीटें जीती हैं। पिछले कुछ महीनों में अभियान के दौरान जहां कांग्रेस महिलाओं को विशेष रूप लुभाने के लिए कई नई योजनाएं शुरू करने का वादा करती रही वहीं भाजपा ने ऐसा कौन सा दांव के खेला कि वह महिलाओं की पहली पसंद बन गई।
क्या कहते हैं चुनावी आंकड़े
चुनावों के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में कुल मतदाताओं में से 76.11% महिलाओं ने मतदान के दिन मतदान किया, जबकि पुरुषों के लिए यह 75.27% था। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में 72.13% पुरुषों के मुकाबले 70.28% महिलाओं ने मतदान किया। अलवर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, चूरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जैसलमेर, जालौर, झुंझुनू, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, सिरोही और उदयपुर के ग्रामीण मतदान केंद्रों पर लगभग 80% महिलाओं ने मतदान किया। लगभग 78% पुरुषों के मुकाबले उनकी राजनीतिक पसंद।
महिलाओं की मेहरबानी पर क्या बोली BJP
कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने भी कहा, "किसी भी अन्य समुदाय की तरह, महिलाओं के वोटों का भाजपा द्वारा ध्रुवीकरण किया गया। हमें उम्मीद है कि वे अपने वादे पूरे करेंगे और हमारी किसी भी योजना को नहीं रोकेंगे। हालांकि, इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता मुकेश पारीक ने इसका श्रेय महिला आरक्षण विधेयक को दिया। उन्होंने यह भी कहा, महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा ने महिलाओं में कांग्रेस सरकार के खिलाफ नाराजगी पैदा कर दी, जिसने उन्हें बूथ तक लाया और हमारे लिए वोट किया।

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