सीरीज जीतने को तैयार टीम इंडिया
भारतीय महिला टीम सोमवार को यहां दूसरे क्रिकेट वनडे में विश्व चैम्पियन इंग्लैंड को हराकर तीन मैचों की सीरीज अपने नाम करना चाहेगी।
मुंबई : शुरूआती मुकाबले में मनोबल बढ़ाने वाली जीत से आत्मविश्वास से भरी भारतीय महिला टीम सोमवार को यहां दूसरे क्रिकेट वनडे में विश्व चैम्पियन इंग्लैंड को हराकर तीन मैचों की सीरीज अपने नाम करना चाहेगी। भारतीय महिला टीम सीरीज में इससे बेहतर शुरूआत की उम्मीद नहीं कर सकती थी, उसने शुक्रवार को वानखेड़े स्टेडियम में मौजूदा विश्व चैम्पियन टीम को 66 रन से पराजित किया।
इस जीत ने उनके आत्मविश्वास में ही बढ़ोतरी ही नहीं की बल्कि आईसीसी महिला चैम्पियनशिप में दो अहम अंक भी दिलाये जो 2021 विश्व कप के लिये सीधे क्वालीफाई करने की दौड़ के लिये महत्वपूर्ण होगा। भारत को 2020 तक विश्व रैंकिंग में शीर्ष चार में अपना स्थान बरकरार रखना होगा जिससे टीम 2021 विश्व कप के लिये सीधे प्रवेश कर लेगी और इस कड़ी में सोमवार को लगातार जीत मेजबानों के लिये अच्छी साबित होगी।
मेजबान टीम के लिये बायें हाथ की स्पिनर एकता बिष्ट की अगुवाई वाली गेंदबाजी इकाई ने शानदार प्रदर्शन किया, जिन्होंने 25 रन देकर चार विकेट अपने नाम किये। इससे भारतीय स्पिनरों ने इंग्लैंड को कहीं भी मौका नहीं दिया और उसकी बल्लेबाज मध्य के ओवरों में जूझती रहीं। इंग्लैंड की टीम बिष्ट, लेग स्पिनर पूनम यादव और आफ स्पिनर दीप्ति शर्मा (33 रन देकर दो विकेट) का सामना नहीं कर सकीं।
अनुभवी झूलन गोस्वामी (19 रन देकर एक विकेट) और शिखा पांडे (21 रन देकर दो विकेट) ने भी भारत को 202 रन के लक्ष्य को बचाने में अहम भूमिका निभायी। बल्लेबाजी में युवा सलामी बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिगेज अच्छी फार्म में हैं जबकि 24 रन बनाने वाली स्मृति मंधाना भी काफी रन जुटाना चाहेंगी जो पहले मैच में मौका चूक गयीं थीं। कप्तान मिताली राज ने 44 रन बनाये थे, वह 50 ओवर के प्रारूप के लिये मजबूत दिखती हैं। वह भारत की बल्लेबाजी लाइन अप की रीढ़ हैं, वह चाहेंगी कि उन्हें दीप्ति शर्मा, मोना मेशराम और युवा हरलीन देयोल से सहयोग मिले।
हरलीन को चोटिल हरमनप्रीत कौर की जगह मौका मिला था। चिंता की बात सिर्फ यही है कि टीम सलामी बल्लेबाजों जेमिमा और मंधाना से मिली अच्छी शुरूआत का फायदा नहीं उठा सकी थी। इन दोनों ने पहले विकेट के लिये 69 रन की भागीदारी निभाकर बड़े स्कोर की नींव रखी थी। लेकिन मध्यक्रम चरमरा गया। फिर जिम्मेदारी मिताली और विकेटकीपर तानिया भाटिया (25) तथा बाद में गोस्वामी (30) ने संभाली। वहीं इस हार से हैरान इंग्लैंड की टीम के दौड़ में बने रहने और श्रृंखला को जीवंत रखने के लिये शानदार तरीके से वापसी की उम्मीद है।
लेकिन उनके लिये सबसे बड़ी चुनौती भारतीय स्पिन तिकड़ी से निपटने की होगी जिनके लिये यहां के हालात काफी मददगार हैं।कप्तान हीथर नाइट को दानी वाट, सारा टेलर और टैमी ब्यूमोंट से सहयोग की जरूरत है। पिछले मैच में आल राउंडर नटाली स्किवर ने बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया था। इंग्लैंड की गेंदबाजी हालांकि प्रभावी रही। उनके पास स्किवर, सोफी एक्सेलस्टोन, जार्जिया एलवेस और अनुभवी तेज गेंदबाज आन्या श्रबसोल के रूप में अच्छी गेंदबाज मौजूद हैं जो भारतीयों को परेशानी में डालेंगी।