World AIDS Day 2019 : जानें 1 दिसंबर को क्यों मानते हैं विश्व एड्स दिवस? ये हैं इसके कारण और लक्षण
1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मानते हैं। एचआईवी संक्रमण से एड्स जैसी बीमारी होती है इसी के बारे में लोगों को जागरुक बनाने के लिए हर साल विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है।
07:59 AM Dec 01, 2019 IST | Desk Team
1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मानते हैं। एचआईवी संक्रमण से एड्स जैसी बीमारी होती है इसी के बारे में लोगों को जागरुक बनाने के लिए हर साल विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। वर्तमान समय में सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमारियों में एड्स उनमें से एक है।
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UNICEF की एक रिपोर्ट के अनुसार एचआईवी से 37.9 मिलियन लोग ग्रस्त हैं। एसआईवी वायरस से संक्रमित दुनिया के 980 बच्चे हर दिन होते हैं। इनमें से 320 बच्चों की मृत्यु इसी वायरस की वजह से होती है। एचआईवी के रोगियों की संख्या भारत सरकार ने 2.1 मिलियन बताई है।
विश्व एड्स दिवस की कैसे शुरुआत हुई?
जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर नाम के दो व्यक्तियों ने अगस्त 1987 में विश्व एड्स दिवस मनाया था। एड्स पर ग्लोबल कार्यक्रम (WHO) के लिए जिनेवा, स्विट्जरलैंड में जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए नियुुक्त किए गए थे।
WHO के ग्लोबल प्रोग्राम ऑन एड्स के डायेक्टर जोनाथन मान को जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर ने सुझाव दिया विश्व एड्स दिवस मनाने पर। विश्व एड्स दिवस मनाने का उन दोनों का विचार जोनाथन को बहुत अच्छा लगा और उन्होंने विश्व एड्स डे के लिए 1 दिसंबर 1988 का दिन चुना। उसके बाद विश्व एड्स दिवस को आठ सरकारी सार्वजनिक स्वास्थ्य दिवसों में शामिल किया गया।
एड्स होता है इन कारणों से
एड्स होता है अनसेफ सेक्स करने से।
व्यक्ति को अगर खून संक्रमित से चढ़ाया जाए तो एड्स हो जाता है।
अगर महिला एचआईवी पॉजिटिव है तो उसके बच्चे को एड्स हो जाएगा।
अगर मरीज इस्तेमाल की गई सुई लगा दी गई तो भी एड्स होने का खतरा हो जाता है।
एड्स होता है इन्फेक्टेड खून का इस्तेमाल करने से।
ये हैं एचआईवी के लक्षण
ये लक्षण एड्स होने पर नजर आते हैं-
बुखार, पसीना आना, ठंड लगना,थकान, भूख कम लगती है, वजन घट जाता है, उल्टी आती है, खराश होती है गले में, दस्त लग जाते हैं, खांसी होती है, सांस लेने में परेशानी आती है, चकत्ते हो जाते हैं शरीर में, स्किन में प्रॉब्लम हो जाती है।
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