Ranchi Violence: रांची हिंसा के यूपी से जुड़े तार, सहारनपुर से आए थे दंगाई, जानें पूरी सच्चाई
मीड़िया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हिंसा को भड़काने के लिए उत्तर प्रदेश से फंडिंग की गई थी। जानकारी के अनुसार हिंसा को और उग्र रूप देने के लिए यूपी के सहारनपुर (Saharanpur) से लगभग एक दर्जन लोग रांची आए थे
03:16 PM Jun 12, 2022 IST | Desk Team
झारखंड की राजधानी रांची (Ranchi Violence) में बीते शुक्रवार को हुई हिंसा और बवाल के बाद हालात अब सामान्य होने लगे हैं। प्रशासन ने 36 घंटे बाद रविवार सुबह से इंटरनेट सेवा (internet service)बहाल कर दी है। मेन रोड को छोड़ शहर के ज्यादातर इलाकों में दुकानें खुल गई हैं। एहतियात के तौर पर रांची के 12 थाना क्षेत्रों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी रखी गई है। इसी बीच हिेंसा कोर अब कुछ बड़े खुलासे होने लगे हैं। मीड़िया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हिंसा को भड़काने के लिए उत्तर प्रदेश से फंडिंग की गई थी। जानकारी के अनुसार हिंसा को और उग्र रूप देने के लिए यूपी के सहारनपुर (Saharanpur) से लगभग एक दर्जन लोग रांची आए थे। इन्होंने विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम युवकों से चर्चा की थी।
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12 लोगों की टीम चार और सात जून को रांची पहुंची
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चार जून से ही हिंसा को भड़काने के लिए याजना बनाई जाने लगी। बताया जा रहा है कि इस योजना को सफल बनाने के लिए यूपी के सहारनपुर से 12 लोगों की टीम चार और सात जून को रांची पहुंची थी। ये लोग मेन रोड में होटल रुके थे। यहां से फिर तीन टीमें बनाई गईं।इन लोगों ने कथित तौर पर युवाओं को हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसाया और विरोध प्रदर्शन का रोडमैप बनाने का काम सौंपा था। सभी ने सुनियोजित तरीके से पत्थर जमा किए। यहां तक कि आग लगाने के लिए पेट्रोल भी साथ में रखा था।
फिलहाल प्रशासन ने शहर में धारा 144 लागू की हुई है। भारी पुलिस फोर्स भी तैनात है जिसकी नजर शहर के चप्पे-चप्पे पर है। हिंसा की जांच के लिए एसआईटी (Special Investigation Team) का गठन कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों से बिना इमरजेंसी घर से बाहर नहीं निकलने का अनुरोध किया है।
छह थानों से हटाई गई धारा 144
रांची के हिंदपीढ़ी, डेलीमार्केट, कोतवाली, लोअर बाजार, चुटिया और डोरंडा थाना में अब धारा 144 लागू रहेगी। वहीं छह थानों से इसे हटा दिया गया है।
तीन लोगों की हो चुकी है मौत
इस बवाल में पुलिसकर्मियों सहित दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इनमें से तीन लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। दो और की हालत गंभीर बतायी जा रही है। घटना के विरोध में शनिवार को पूरे दिन रांची बंद रही। तोड़फोड़ और हिंसा को लेकर रांची के चार थाना क्षेत्रों में कुल नौ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें चार एफआईआर पुलिस की तरफ से और पांच एफआईआर आम लोगों की ओर से दर्ज हुई है। सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ करने के आरोपों में पुलिस की ओर से दर्ज करि गई एफआईआर में 26 नामजद और साढ़े दस हजार अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
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